काठमांडू I नेपाल (Nepal) की राजधानी काठमांडू में राजशाही समर्थकों के हिंसक प्रदर्शन के दौरान हुई लूटपाट के मामले में पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक भारतीय नागरिक, बिहार के पटना निवासी रवि रंजन कुमार भी शामिल हैं।

इस बीच, राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (आरपीपी) के महासचिव और उपाध्यक्ष रवींद्र मिश्रा समेत 41 प्रदर्शनकारियों को जिला अदालत में पेश किया गया, जहां पुलिस ने उनकी न्यायिक हिरासत की मांग की।
हिंसक प्रदर्शन के दौरान आगजनी और लूटपाट
शुक्रवार को काठमांडू में राजशाही समर्थकों का प्रदर्शन अचानक हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों ने कई स्थानों पर आगजनी और तोड़फोड़ की। इस दौरान भटभटेनी डिपार्टमेंटल स्टोर को निशाना बनाया गया, जहां से व्हिस्की, बीयर, फल और मेकअप का सामान लूट लिया गया। पुलिस ने इस लूटपाट में शामिल नौ लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक भारतीय नागरिक भी है।
110 प्रदर्शनकारी अब तक गिरफ्तार
काठमांडू घाटी अपराध जांच कार्यालय के अनुसार, हिंसक घटनाओं में शामिल होने के संदेह में अब तक कुल 110 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने इन सभी के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है।
राजशाही आंदोलन के प्रमुख की नियुक्ति
इसी बीच, नेपाल अकादमी के पूर्व कुलपति जगमन गुरुंग को राजशाही बहाली आंदोलन समिति का प्रमुख नियुक्त किया गया है। वह समिति के कार्यवाहक कमांडर के रूप में कार्य करेंगे। समिति के पूर्व कमांडर और कट्टर राजभक्त नवराज सुबेदी को हाल की हिंसा के बाद नजरबंद कर दिया गया है।
नेपाल में राजशाही समर्थकों का बढ़ता आंदोलन
नेपाल में राजशाही समर्थक लंबे समय से संवैधानिक राजशाही की बहाली की मांग कर रहे हैं। हाल के महीनों में इस आंदोलन ने तेजी पकड़ी है और कई विरोध प्रदर्शन किए गए हैं। हालांकि, शुक्रवार का प्रदर्शन हिंसक हो गया, जिसके बाद पुलिस ने कड़ी कार्रवाई शुरू की।

नेपाल सरकार और सुरक्षा एजेंसियां स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी तरह की हिंसा या अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
