नई दिल्ली/काठमांडू : Nepal के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली अगले महीने 16 सितंबर से भारत के आधिकारिक दौरे पर आएंगे। इस दौरान उनकी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से द्विपक्षीय वार्ता पारंपरिक स्थल नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में नहीं, बल्कि बिहार के पावन स्थल बोधगया में होगी।

विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री 17 अगस्त को दो दिवसीय Nepal यात्रा पर काठमांडू पहुंचकर प्रधानमंत्री ओली को इस दौरे का औपचारिक निमंत्रण पत्र सौंपेंगे।

आमतौर पर भारत आने वाले राष्ट्राध्यक्षों और प्रधानमंत्रियों के साथ हैदराबाद हाउस में बैठक की परंपरा रही है। हालांकि, विशेष अवसरों पर प्रधानमंत्री मोदी देश के अन्य ऐतिहासिक स्थलों पर भी ऐसे आयोजन करते रहे हैं। इस बार बोधगया का चुनाव दोनों देशों की साझा सांस्कृतिक विरासत को ध्यान में रखते हुए किया गया है—जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी, जबकि उनका जन्म नेपाल के लुंबिनी में हुआ था।

प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री ओली की इस मुलाकात के दौरान कई अहम द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। कूटनीतिक सूत्रों का मानना है कि यह बैठक न केवल राजनीतिक और आर्थिक सहयोग को नई दिशा देगी, बल्कि India-Nepal के सांस्कृतिक रिश्तों को भी और प्रगाढ़ करेगी।