वाराणसी। काशी विश्वनाथ धाम में प्रसाद वितरण को लेकर जारी असमंजस के बीच, मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा ने नया आदेश जारी किया है। इस आदेश के तहत महालक्ष्मी ट्रेडर्स और बेला पापड़ समूह, जो पहले मंदिर के लिए प्रसाद तैयार करते थे, को प्रसाद निर्माण से रोक दिया गया है। हालांकि, उनके पास पहले से तैयार माल के नुकसान को देखते हुए उन्हें 30 दिनों के लिए मंदिर चौक पर काउंटर लगाने की अनुमति दी गई है ताकि वे अपने डंप किए गए माल को बेच सकें।
मिश्रा के अनुसार, यह अनुमति केवल 30 दिनों के लिए है, जिसके बाद इन दोनों संस्थानों को काउंटर लगाने की अनुमति नहीं होगी। इसके साथ ही महादेव लाल पेड़ा की दुकान का आवंटन रद्द करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
नुकसान से बचने के लिए काउंटर की अनुमति
महालक्ष्मी ट्रेडर्स और बेला पापड़ समूह को काउंटर लगाने की अनुमति इसलिए दी गई है ताकि उनके पास डंप किए गए माल का नुकसान न हो। अमूल बनास डेयरी द्वारा तैयार तंदुल महाप्रसादम के दशहरे से शुरू होने के बाद, मंदिर में प्रसाद सप्लाई करने वाले इन दोनों संस्थानों के कारीगरों पर संकट आ गया था, जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ। दैनिक भास्कर द्वारा इस मुद्दे को उठाए जाने के बाद, मंदिर प्रशासन ने उन्हें एक-एक काउंटर लगाने की अस्थायी अनुमति दी।
30 दिनों की सीमा
मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा ने स्पष्ट किया है कि यह निर्णय केवल इन संस्थाओं के नुकसान को ध्यान में रखकर लिया गया है। 30 दिनों की अवधि समाप्त होने के बाद, महालक्ष्मी ट्रेडर्स और बेला पापड़ समूह मंदिर चौक पर काउंटर नहीं लगा सकेंगे। इसके अलावा, बिना अनुमति काउंटर लगाने के कारण महादेव लाल पेड़ा की दुकान का आवंटन भी निरस्त किया जा रहा है।