लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संविधान दिवस के मौके पर मंगलवार को एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान में मूल रूप से समाजवादी और सेक्यूलर शब्द नहीं थे। यह बयान सुप्रीम कोर्ट द्वारा इन शब्दों को हटाने की याचिकाएं खारिज करने के बाद आया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में आयोजित संविधान दिवस के कार्यक्रम में कहा कि भारत के मूल संविधान में समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष जैसे शब्द नहीं थे। उन्होंने बताया कि ये शब्द इमरजेंसी के दौरान कांग्रेस सरकार द्वारा चुपके से जोड़े गए थे। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान में इन शब्दों का कोई स्थान नहीं था।
CM योगी ने आगे कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने भारतीय संविधान में प्रत्येक नागरिक को मताधिकार का अधिकार प्रदान किया है। उन्होंने संविधान सभा के दौरान हुई बहसों को फिर से संस्थानों में आयोजित करने का आह्वान किया, ताकि हर नागरिक को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा सके। सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में 1976 के 42वें संविधान संशोधन के तहत संविधान की प्रस्तावना में जोड़े गए समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और अखंडता जैसे शब्दों को हटाने की याचिकाओं को खारिज कर दिया था। इन शब्दों को इंदिरा गांधी की सरकार ने संविधान में शामिल किया था।