वाराणसी। गृह मंत्री अमित शाह की कथित टिप्पणी के खिलाफ आवाज उठाने पर NSUI (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया) के इकाई अध्यक्ष सुमन आनंद समेत तीन छात्रों को पुलिस ने रात में गिरफ्तार कर लिया। कांग्रेस और NSUI ने इस कार्रवाई को “अलोकतांत्रिक” और “पुलिसिया दमन” बताते हुए संविधान और लोकतंत्र पर हमला करार दिया।
कांग्रेस ने सरकार पर लगाया असहिष्णुता का आरोप
कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा, “NSUI कार्यकर्ता गांधीवादी तरीके से विरोध कर रहे थे, लेकिन उन पर FIR दर्ज करना सरकार की असहिष्णुता और दमनकारी रवैये को दर्शाता है।”
छात्रों की परीक्षा पर संकट
गिरफ्तार किए गए छात्रों में एक छात्र की अगले दिन एलएलबी सेमेस्टर परीक्षा थी। कांग्रेस नेताओं ने इसे छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ बताया। चौबे ने यह भी आरोप लगाया कि जहां भाजपा कार्यकर्ता राहुल गांधी का पुतला फूंककर चले जाते हैं, वहीं कांग्रेस के नेताओं के शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर FIR दर्ज की जाती है।
अंबेडकर जी के सम्मान की लड़ाई जारी: NSUI
NSUI के प्रदेश अध्यक्ष ऋषभ पांडेय ने कहा, “सरकार में बैठे लोग जो बाबा साहेब अंबेडकर का सम्मान नहीं करते, उनके खिलाफ हमारा विरोध जारी रहेगा। पुलिस ने हमारे तीन साथियों को हिरासत में लिया है, लेकिन हम इस दमन के सामने झुकने वाले नहीं हैं।”
प्रदर्शन ने यातायात व्यवस्था को बाधित किया: पुलिस

लंका थाना प्रभारी शिवाकांत मिश्रा ने बताया कि मालवीय गेट के पास NSUI कार्यकर्ताओं ने गृह मंत्री के खिलाफ पोस्टर-बैनर लेकर प्रदर्शन किया। यह इलाका व्यस्ततम है, जहां मरीज, एंबुलेंस और अन्य साधनों का आना-जाना प्रभावित हुआ। कार्यकर्ताओं द्वारा आपत्तिजनक शब्दों और धार्मिक उन्माद फैलाने का आरोप लगाते हुए सुमन आनंद, विपिन कुमार और रोहित बिहारी के खिलाफ धारा 126(2), 196, 189(5), और 285 के तहत मामला दर्ज किया गया। तीनों को गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा गया है।
कांग्रेस का ऐलान: संघर्ष जारी रहेगा
कांग्रेस और NSUI ने सरकार पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कहा कि वे संविधान, लोकतंत्र और बाबा साहेब अंबेडकर के सम्मान के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।