लखनऊ। लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा के अवसर पर उत्तर प्रदेश के नगर विकास विभाग ने प्रदेश भर के घाटों को स्वच्छ, सुंदर, और सुविधायुक्त बनाकर श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छ पूजा का वातावरण प्रदान किया। स्वच्छता और सौंदर्यीकरण की इस पहल को “नो प्लास्टिक जोन” और “जीरो वेस्ट इवेंट” के रूप में आयोजित किया गया, जिसमें घाटों को प्लास्टिक मुक्त करते हुए स्वच्छता को संस्कार बनाने का प्रयास किया गया।
नगर विकास विभाग और स्वच्छ भारत मिशन नगरीय द्वारा चलाए गए इस अभियान में घाटों को विशेष सजावट के साथ तैयार किया गया। रंगोली, वॉल पेंटिंग, फूलों की सजावट, और झालरों से सजे घाटों ने श्रद्धालुओं को एक अविस्मरणीय अनुभव दिया। श्रद्धालुओं के आवागमन को सुगम बनाने के लिए संपर्क मार्गों पर भी पर्याप्त रोशनी और साफ-सफाई की व्यवस्था की गई थी।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए घाटों पर मोबाइल टॉयलेट, चेंजिंग रूम, स्नान घर, स्वच्छ पेयजल, कूड़ेदान, साइन बोर्ड और पीए सिस्टम लगाए गए थे, जिससे वे स्वच्छता के प्रति जागरूक हो सकें। जलाशयों को साफ करते हुए जलकुंभी हटाई गई और पानी को स्नान योग्य बनाया गया।
इस आयोजन में स्वच्छता समितियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, और स्वच्छ सारथी क्लब के साथ मिलकर घाटों को “नो प्लास्टिक जोन” बनाने का प्रयास किया गया। सिंगल यूज प्लास्टिक को प्रतिबंधित कर दुकानदारों को कपड़े और कागज के थैले देने के लिए प्रेरित किया गया। वहीं, श्रद्धालुओं से भी कपड़े के थैलों का उपयोग करने की अपील की गई।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए घाटों पर बैरिकेडिंग की गई और सुरक्षा के लिए गोताखोर, एसडीआरएफ टीम और पुलिस बल की तैनाती की गई। गंदगी रोकने के लिए नियमित छिड़काव और फॉगिंग की गई, जिसकी मॉनिटरिंग ड्रोन और डीसीसीसी सेंटर द्वारा की गई। श्रद्धालुओं के वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था भी की गई थी।
घाटों पर विशेष सेल्फी पॉइंट्स और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने इस आयोजन को और भव्य बना दिया। श्रद्धालुओं ने अपने अनुभवों को सोशल मीडिया पर साझा किया और नगर विकास विभाग को इस अद्भुत व्यवस्था के लिए धन्यवाद दिया। सभी ने त्योहारों में स्वच्छता को एक संस्कार के रूप में अपनाने का संकल्प भी लिया।
इस पहल से छठ पूजा के दौरान श्रद्धालुओं को स्वच्छ और भक्तिमय माहौल में पूजा करने का अवसर मिला, जिसे नगर विकास विभाग की एक सफल और प्रेरणादायक पहल माना जा रहा है।