नई दिल्ली I OpenAI ने अपने नए AI कोडिंग एजेंट Codex को लॉन्च किया है, जिसे अब ChatGPT के साथ एकीकृत कर दिया गया है। यह क्लाउड-आधारित सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग टूल कई डेवलपमेंट कार्यों को एक साथ संभालने में सक्षम है। Codex को विशेष रूप से सॉफ्टवेयर डेवलपर्स की मदद के लिए डिज़ाइन किया गया है और यह OpenAI के उन्नत o3 रीजनिंग मॉडल के वेरिएंट codex-1 से संचालित होता है। आइए, Codex की 5 खास विशेषताओं पर नजर डालते हैं:
- Codex क्या है?
OpenAI ने शुक्रवार को एक लाइव स्ट्रीम के जरिए अपने नए AI कोडिंग एजेंट Codex का ऐलान किया। ChatGPT में एकीकृत यह कोडिंग सहायक एक साथ कई डेवलपमेंट टास्क संभाल सकता है। यह नए फीचर्स लागू करने, बग्स को ठीक करने, टेस्ट चलाने और कोडबेस से जुड़े सवालों के जवाब देने जैसे कार्य करता है। प्रत्येक टास्क एक सुरक्षित सैंडबॉक्स वातावरण में चलता है, जो पहले से यूज़र के प्रोजेक्ट रिपोजिटरी से लिंक होता है। - किस तकनीक पर आधारित है?
Codex, OpenAI के o3 मॉडल के अनुकूलित वर्जन codex-1 पर काम करता है। इसे रीयल-वर्ल्ड कोडिंग सीनारियोज पर प्रशिक्षित किया गया है, जिससे यह मानव जैसी कोडिंग शैली अपनाता है, निर्देशों का सटीक पालन करता है और टेस्ट पास होने तक कोड को बार-बार सुधारता है। OpenAI के अनुसार, codex-1 पिछले मॉडल्स की तुलना में अधिक साफ और सटीक कोड जनरेट करता है। - किन यूजर्स के लिए उपलब्ध है?
Codex को अभी ChatGPT Pro, Enterprise और Team प्लान्स के यूजर्स के लिए रोल आउट किया जा रहा है। OpenAI ने घोषणा की है कि जल्द ही इसे ChatGPT Plus और Edu यूजर्स के लिए भी उपलब्ध कराया जाएगा, हालांकि इसकी कोई निश्चित तारीख नहीं बताई गई है। शुरुआती कुछ हफ्तों तक यह बिना अतिरिक्त लागत के उपलब्ध रहेगा, जिसके बाद रेट लिमिट और फ्लेक्सिबल प्राइसिंग लागू होगी। - कैसे करें इस्तेमाल?
Codex, ChatGPT के साइडबार में उपलब्ध है। यूजर्स नए कोडिंग टास्क के लिए प्रॉम्प्ट डालकर “Code” बटन दबा सकते हैं। कोडबेस से जुड़े सवालों के लिए “Ask” बटन का इस्तेमाल किया जा सकता है। प्रत्येक टास्क एक अलग क्लाउड वर्कस्पेस में पूरा होता है, जिसमें यूजर की कोड फाइलें पहले से लोड होती हैं। यह GitHub जैसे रिपोजिटरी के साथ भी एकीकृत हो सकता है। - कार्य पूरा होने के बाद क्या होता है?
टास्क पूरा होने पर Codex अपने सैंडबॉक्स में किए गए बदलावों को सेव करता है और टर्मिनल लॉग व टेस्ट रिजल्ट्स के जरिए प्रक्रिया का प्रमाण देता है। यूजर्स इन बदलावों की समीक्षा कर सकते हैं, GitHub पर Pull Request बना सकते हैं या सीधे अपनी डेवलपमेंट फाइलों में अपडेट लागू कर सकते हैं। यह प्रक्रिया पारदर्शी और सुरक्षित है, जिससे डेवलपर्स को अपने कोड की गुणवत्ता पर भरोसा रहता है।
क्या है खास?
OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने Codex को “वर्चुअल को-वर्कर” करार दिया है, जो डेवलपर्स के साथ मिलकर काम करता है। यह न केवल प्रोफेशनल डेवलपर्स के लिए बल्कि कम कोडिंग अनुभव वाले यूजर्स के लिए भी उपयोगी है, जो आसानी से नए टूल्स बना सकते हैं। हालांकि, OpenAI ने यह भी सलाह दी है कि Codex द्वारा जनरेट किए गए कोड को लागू करने से पहले उसकी मैन्युअल समीक्षा जरूरी है।
आगे की योजनाएं
OpenAI का कहना है कि Codex को भविष्य में और अधिक डेवलपर टूल्स जैसे इश्यू ट्रैकर्स और CI सिस्टम्स के साथ एकीकृत किया जाएगा। साथ ही, Codex CLI का अपडेट भी जारी किया गया है, जो डेवलपर्स के लोकल सेटअप में तेजी से काम करता है।
Codex के लॉन्च ने सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में AI की भूमिका को और मजबूत किया है, जिससे डेवलपर्स की उत्पादकता बढ़ने की उम्मीद है। यह टूल न केवल कोडिंग को आसान बनाता है, बल्कि डेवलपर्स को रचनात्मक और जटिल समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करने का मौका देता है।