वाराणसी। प्रबोधिनी फाउंडेशन और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) बीएचयू इकाई के संयुक्त तत्वावधान में एक अनूठी पहल के तहत बीएचयू परिसर में 500 औषधीय पौधों का पौधारोपण और 250 छात्रों को आंवला एवं श्रीफल के मुरब्बे का वितरण किया गया। इस अभियान का उद्देश्य स्वास्थ्यवर्धक आदतों को बढ़ावा देना और पर्यावरण संरक्षण को सुदृढ़ करना है।
कला संकाय मैदान, विश्वनाथ मंदिर परिसर और मधुबन में तुलसी, आंवला, नीम, पीपल, पारिजात, श्रीफल, और जामुन सहित 500 औषधीय पौधे लगाए गए। प्रबोधिनी फाउंडेशन के महासचिव विनय शंकर राय “मुन्ना” ने छात्रों को स्वास्थ्यवर्धक जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा दी और आंवला व श्रीफल का मुरब्बा वितरित किया।
छात्रों ने लिया स्वास्थ्यवर्धक जीवनशैली का संकल्प
इस अवसर पर दर्जनों छात्रों ने जंक फूड और रासायनिक पदार्थों से बनी मिठाइयों को छोड़कर क्षेत्रीय फल, सब्जियां और आयुर्वेदिक खाद्य पदार्थों को अपनाने का संकल्प लिया। दखल संस्था की इंदू पांडेय ने इस अभियान की सराहना करते हुए इसे एक अद्वितीय और उपयोगी पहल बताया।
स्वस्थ समाज और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम
विनय शंकर राय ने कहा, “औषधीय पौधों के रोपण और जंक फूड के त्याग से स्वस्थ समाज और स्वस्थ भारत की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है। युवाओं और छात्रों की इस अभियान में भागीदारी एक शुभ संकेत है।”
महामना की बगिया को पुनः हरा-भरा करने का अभियान
बीएचयू एनएसयूआई इकाई के अध्यक्ष सुमन आनंद ने कहा कि “महामना मदन मोहन मालवीय की बगिया को पर्यावरण असंतुलन से बचाने और पुनः हरित बनाने के लिए औषधीय पौधों का वृक्षारोपण किया जा रहा है। यह अभियान जल, जंगल, और पर्यावरण की रक्षा के प्रतीक बिरसा मुंडा की जयंती से शुरू होकर 25 दिसंबर तक चलेगा।”
इस अभियान का संचालन सुमन आनंद और धन्यवाद ज्ञापन मुरारी कुमार ने किया। कार्यक्रम में धनंजय त्रिपाठी, विवेक पांडेय, ओम शुक्ला, शांतनु, वंदना, प्रियदर्शन, आदित्य यादव, सूर्यांश, अमन, हैदर, राणा आशुतोष राज, और कई अन्य सदस्य शामिल रहे।