PM Modi Varanasi Visit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मो (PM Modi) दी शुक्रवार को उत्तर प्रदेश सरकार के आठ साल पूरे होने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। यहां मेंहदीगंज स्थित जनसभा स्थल पर पीएम मोदी ने काशीवासियों को कुल 3884.18 करोड़ रुपये की 44 विकास योजनाओं की सौगात दी। इन योजनाओं में 1629.13 करोड़ रुपये की 19 परियोजनाओं का उद्घाटन और 2255.05 करोड़ रुपये की 25 नई परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
इसके साथ ही पीएम मोदी (PM Modi) ने बनास (अमूल) डेयरी से जुड़े राज्य के लाखों डेयरी किसानों को 106 करोड़ रुपये का बोनस भी वितरित किया। इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने तीन जीआई टैग प्राप्त उत्पादों के प्रमाणपत्र सौंपे और 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड प्रदान किए।
अपने संबोधन में पीएम मोदी (PM Modi) ने काशीवासियों को कहा, “काशी के हमरे परिवार के लोगन के हमार प्रणाम..आप सब लोग यहां हमें अपना आशीर्वाद देला, हम प्रेम के कर्जदार हईं… काशी हमार हव, हम काशी के हईं।” पीएम ने यह भी कहा कि कल हनुमान जन्मोत्सव का पावन दिन है और आज मुझे संकटमोचन महाराज की काशी में आपके दर्शन का सौभाग्य मिला है।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “बीते 10 वर्षों में बनारस के विकास ने एक नई गति पकड़ी है। काशी ने आधुनिक समय को साधा है, विरासत को संजोया है और भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए मजबूत कदम उठाए हैं। आज काशी सिर्फ पुरातन नहीं, बल्कि प्रगतिशील भी है।”
पीएम मोदी (PM Modi) ने काशी को पूर्वांचल के आर्थिक नक्शे का केंद्र बताते हुए कहा, “जवन काशी के स्वयं महादेव चलावेलन, आज ऊहे काशी पूर्वांचल के विकास के लकीर खीचत हव।”
प्रधानमंत्री (PM Modi) ने महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हम उनके विचारों को, उनके संकल्पों को और नारी सशक्तिकरण के आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं।
उन्होंने कहा, “10-11 साल पहले, पूरे पूर्वांचल में इलाज को लेकर जो परेशानियां थीं, वो आज समाप्त हो चुकी हैं। काशी अब आरोग्य की राजधानी बन रही है, जहां बड़े-बड़े अस्पताल अब आपके पास आ गए हैं।”
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान आयुष्मान वय वंदना योजना की भी सराहना की और इसे बुजुर्गों के इलाज और सम्मान का प्रतीक बताया।
आखिर में, पीएम मोदी ने देश के डेयरी सेक्टर की सफलता को भी उजागर किया और कहा, “भारत अब दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश बन चुका है, और इस सफलता का श्रेय हमारे करोड़ों किसानों और पशुपालकों को जाता है।”