Varanasi : पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने रविवार को कैम्प कार्यालय में आयोजित मासिक अपराध समीक्षा गोष्ठी में अपराध नियंत्रण और कानून-व्यवस्था को लेकर कड़े दिशा-निर्देश दिए। Police Commissioner स्पष्ट किया कि प्रत्येक थाने में जुआ, सट्टा एवं वेश्यावृत्ति जैसे अपराधों में लिप्त व्यक्तियों की नाम और फोटोग्राफ सहित सूची अनिवार्य रूप से प्रदर्शित की जाए।
Police Commissioner ने कहा कि गंभीर अपराधों पर किसी भी स्तर पर ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गौ-तस्करी, मादक पदार्थों की तस्करी, जुआ-सट्टा संचालन और स्पा सेंटर की आड़ में हो रहे अनैतिक कृत्यों पर प्रभावी विधिक कार्रवाई की जाए।

Police Commissioner थानों को निर्देशित किया कि जनशिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। यह पुलिसकर्मियों की कार्यकुशलता और मूल्यांकन का मुख्य आधार होगा। किसी भी घटना को छोटी समझकर अनदेखा करना अस्वीकार्य होगा। महिला अपराधों पर जीरो टॉलरेंस की नीति दोहराते हुए आयुक्त ने कहा कि सभी थानों पर शोहदों की सूची तैयार कर उन पर सतत निगरानी रखी जाए। वहीं, ऑपरेशन चक्रव्यूह के तहत बिना नम्बर वाले वाहन, काली फिल्म लगे चारपहिया, दोपहिया पर तीन सवार नवयुवक व अन्य संदिग्ध गतिविधियों पर सख्ती से कार्रवाई की जाए।
बैठक में यातायात सुधार पर भी जोर दिया गया। आयुक्त ने कहा कि सुचारु यातायात बनाए रखने में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर दंडात्मक कार्रवाई होगी। अतिक्रमण के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी रहेगी।

साइबर अपराधों पर विशेष फोकस करते हुए Police Commissioner निर्देश दिया कि साइबर थाना/सेल के कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाए, आमजन को डिजिटल सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाए और सभी पुलिसकर्मियों के लिए CyTrain Course अनिवार्य किया जाए। आयुक्त ने पुलिसकर्मियों को जनता से संवाद में संवेदनशीलता अपनाने और सीयूजी फोन हर हाल में उठाने की हिदायत दी।
गोष्ठी में अपर पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय शिवहरी मीणा, अपर पुलिस आयुक्त अपराध राजेश कुमार सिंह, समस्त पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस आयुक्त, थाना प्रभारी और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
