वाराणसी I वाराणसी में मेधावी छात्राओं की शिक्षा को नए आयाम देने के लिए शासन ने एक बड़ा फैसला लिया है। शहर के प्रतिष्ठित पीएम श्री क्वींस इंटर कॉलेज में पहली बार आठ मार्च से बालिकाओं को प्रवेश दिया जाएगा। अब तक केवल बालकों के लिए आरक्षित इस विद्यालय में कक्षा छह से 11वीं तक की छात्राओं का भी दाखिला होगा।
कक्षा छह से 11वीं में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी। परीक्षा में सबसे अधिक अंक लाने वाली छात्रा की पूरे सत्र की फीस माफ होगी। वहीं, बोर्ड परीक्षा में टॉप करने वाली छात्राओं को नकद पुरस्कार देकर विद्यालय के प्रधानाचार्य सम्मानित करेंगे। यह पहली बार किसी राजकीय विद्यालय में इस तरह का प्रयोग किया जा रहा है।
विद्यालय के प्रधानाचार्य सुमीत कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि प्रवेश प्रक्रिया आठ मार्च से शुरू होगी। क्वींस इंटर कॉलेज, जिसने देश को कई सांसद, विधायक, मंत्री और आईएएस-आईपीएस अधिकारी दिए हैं, अब बालिकाओं को भी शिक्षा प्रदान करेगा।
विद्यालय में 2600 छात्र पहले से पंजीकृत हैं, बालिकाओं के प्रवेश के बाद यह संख्या और बढ़ेगी। विद्यार्थियों की संख्या अधिक होने पर कक्षाएं दो शिफ्ट में संचालित होंगी। विद्यालय में 40 से अधिक शिक्षक हैं, जिनमें 18 महिला शिक्षकों की मौजूदगी से बालिकाओं को विशेष लाभ मिलेगा।
क्वींस इंटर कॉलेज की स्थापना 1791 में अंग्रेज शासनकाल में हुई थी। पहले इसे संस्कृत क्वींस कॉलेज के नाम से जाना जाता था। अब, पहली बार इस ऐतिहासिक विद्यालय में बालिकाओं के प्रवेश से शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय जुड़ेगा, जिससे छात्राओं को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।