वाराणसी I पूर्वांचल में नेत्र चिकित्सा सेवा का उदाहरण बन चुके RK Netralaya में एक बार फिर नि:शुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर का सफल आयोजन किया गया। यह शिविर काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों द्वारा संचालित मात्रभूमि सेवा ट्रस्ट के सहयोग से आयोजित हुआ, जिसमें चंदौली ज़िले के साहबगंज क्षेत्र से आए 6 ज़रूरतमंद मरीजों की आंखों की रोशनी लौटाई गई।

इस विशेष शिविर में सभी मरीजों का ऑपरेशन अत्याधुनिक फेको विधि (Phaco Surgery) से किया गया और प्रत्येक को फोल्डेबल लेंस प्रत्यारोपित किया गया। ये सभी सुविधाएं जांच, ऑपरेशन, लेंस, दवाएं और चश्मा RK Netralaya द्वारा पूरी तरह नि:शुल्क प्रदान की गईं।

जिन 6 मरीजों का सफल ऑपरेशन हुआ, उनके नाम हैं कृष्ण देव, मंजू पांडेय, शीला देवी, राम लखन, रज़िया देवी और विजय कुमार। ये सभी मरीज साहबगंज के ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से आते हैं। RK Netralaya की टीम ने अत्यंत संवेदनशीलता और कुशलता के साथ सभी का उपचार किया।

ऑपरेशन के पश्चात RK Netralaya परिसर में ही चश्मा वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें डिप्टी डायरेक्टर एम.के. पांडेय की भी उपस्थिति रही। अस्पताल के समस्त स्टाफ ने कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया और सभी मरीजों को उपयुक्त चश्मे और जरूरी दवाइयाँ उपलब्ध कराई गईं।

RK Netralaya की इस सेवा परंपरा की नींव वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ डॉ. आर.के. ओझा ने वर्षों पहले रखी थी। आज इस सेवा को उनकी सुपुत्री डॉ. आयुषी ओझा नई ऊर्जा और अनुभव के साथ आगे बढ़ा रही हैं। उनके कुशल नेतृत्व में इस बार भी सभी ऑपरेशन सफल रहे और मरीजों को तत्काल राहत मिली।

इस सेवा कार्य में सहयोग कर रहे मात्रभूमि सेवा ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले बहुत से लोग आधुनिक नेत्र चिकित्सा तक नहीं पहुँच पाते, ऐसे में RK Netralaya जैसी संस्थाएं समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवा पहुँचाने का वास्तविक उदाहरण हैं।

चिकित्सा के बाद मरीजों और उनके परिजनों ने RK Netralaya के प्रति आभार जताया। कई मरीजों ने कहा कि वर्षों से दिखना बंद हो गया था लेकिन अब आंखों में फिर से रोशनी लौट आई है। कुछ ने इसे दूसरा जीवन बताया।

RK Netralaya का यह आयोजन केवल एक चिकित्सा शिविर नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल है जो यह बताता है कि जब सेवा और संवेदना मिलती है तो चमत्कार संभव होता है।