वाराणसी I आर.के. नेत्रालय (RK Netralaya) में एक बार फिर चिकित्सा जगत की बड़ी सफलता दर्ज की गई। नॉर्दर्न रेलवे कैंट पोस्ट से चीफ गुड्स सुपरिंटेंडेंट पद से सेवानिवृत्त प्रमोद कुमार मिश्रा अपने भाई को लेकर अस्पताल पहुंचे, जिनकी आंखों में पिछले 15-20 दिनों से गंभीर तकलीफ़ बनी हुई थी।

प्रमोद कुमार मिश्रा ने बताया कि उनके छोटे भाई को पिछले कई दिनों से आंखों में धुंधला दिखने और दर्द की समस्या हो रही थी, जिसके कारण उनका सामान्य जीवन प्रभावित हो गया था। इलाज की तलाश में वे वाराणसी के प्रसिद्ध आर.के. नेत्रालय (RK Netralaya) पहुंचे और वहां के निदेशक डॉ. आर.के. ओझा को दिखाया।

आर.के. नेत्रालय (RK Netralaya) में डॉ. ओझा ने जांच के बाद तुरंत ऑपरेशन करने की सलाह दी, क्योंकि मरीज की आंखों की स्थिति बेहद गंभीर थी। डॉक्टरों की टीम ने कठिन परिस्थितियों में यह ऑपरेशन किया और ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा। ऑपरेशन के बाद अब मरीज की आंखों की रोशनी धीरे-धीरे वापस लौट रही है और उनकी हालत में लगातार सुधार हो रहा है।

इस मौके पर डॉ. आर.के. ओझा ने कहा कि समय पर इलाज और मरीज का भरोसा ही सफलता की सबसे बड़ी कुंजी है। उन्होंने यह भी बताया कि आर.के. नेत्रालय (RK Netralaya) का प्रयास हमेशा यही रहता है कि मरीजों को बेहतर से बेहतर सुविधा मिले और उनकी आंखों की समस्या का समाधान बिना देर किए किया जाए।
यह सफल ऑपरेशन न सिर्फ मरीज और उनके परिवार के लिए राहत लेकर आया है बल्कि यह भी साबित करता है कि वाराणसी का आर.के. नेत्रालय (RK Netralaya) आज भी नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान है। डॉ. आर.के. ओझा और उनकी टीम की यह उपलब्धि शहर के लिए गर्व का विषय है।
