वाराणसी I प्रतिष्ठित पान दुकान केशव ताम्बूल भंडार की 68 वर्षीय मालिकिन मधुरी चौरसिया गंभीर हार्ड कैटरेक्ट की समस्या से पीड़ित थीं। यह जटिल ऑपरेशन आर.के. नेत्रालय (RK Netralaya) के निदेशक और वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ डॉ. आर.के. ओझा की निगरानी में किया गया, जो पूरी तरह सफल रहा। अब मरीज सामान्य जीवन में लौट रही हैं, जिससे परिवार ने राहत की सांस ली है।

वाराणसी निवासी मधुरी चौरसिया, जो केशव ताम्बूल भंडार के मालिक की रिश्तेदार हैं, बीते कुछ समय से हार्ड कैटरेक्ट जैसी जटिल नेत्र समस्या से जूझ रही थीं। इस स्थिति में वह सामान्य घरेलू कार्य भी नहीं कर पा रही थीं, जिससे परिवार में चिंता का माहौल था।
उनकी बहू ने Banaras Global Times से बातचीत में बताया कि दादीजी की हालत हर दिन बिगड़ रही थी और वह पूरी तरह दूसरों पर निर्भर हो चुकी थीं। ऐसे समय में आर.के. नेत्रालय (RK Netralaya) ने उन्हें आशा दी।
आर.के. नेत्रालय (RK Netralaya) के निदेशक डॉ. आर.के. ओझा ने बताया कि यह एक अत्यंत चुनौतीपूर्ण सर्जरी थी। लेकिन उनकी अनुभवी टीम और उच्च तकनीकी संसाधनों की मदद से यह ऑपरेशन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। उन्होंने कहा कि मधुरी जी अब पहले की तरह सामान्य जीवन जी सकती हैं।
परिवार ने आर.के. नेत्रालय (RK Netralaya) की टीम का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह ऑपरेशन उनके लिए किसी चमत्कार से कम नहीं है। अब मधुरी जी फिर से धीरे-धीरे अपनी दैनिक दिनचर्या में लौट रही हैं और पहले से बेहतर महसूस कर रही हैं।