Varanasi : विश्व की प्राचीनतम नगरी काशी को पुनः हरियाली से समृद्ध करने के उद्देश्य से Rotary Club ऑफ वाराणसी नार्थ ने “हरित काशी” (Green Kashi) अभियान की आध्यात्मिक शुरुआत की। इस पहल के तहत गुरुवार को पंचअग्नि अखाड़ा, नामों घाट परिसर में एक पवित्र यज्ञ और पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें पर्यावरण संरक्षण के प्रति सामूहिक संकल्प लिया गया।
कार्यक्रम का नेतृत्व Rotary Club की अध्यक्ष रो. रुचि भार्गव ने किया, जिन्होंने यज्ञ की अग्नि के समक्ष पौधा रोपित कर इस मुहिम को आध्यात्मिक ऊर्जा और पर्यावरणीय चेतना के साथ आरंभ किया। उन्होंने उपस्थित नागरिकों और सदस्यों को संबोधित करते हुए पौधों के संरक्षण की महत्ता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि केवल पौधा लगाना पर्याप्त नहीं, बल्कि उसकी सुरक्षा और पालन-पोषण भी उतना ही आवश्यक है।

डिजिटल निगरानी और प्रमाणपत्र योजना
क्लब अध्यक्ष ने जानकारी दी कि प्रत्येक पौधारोपण के बाद उस पौधे की स्थिति का डिजिटल रिकॉर्ड रखा जाएगा। इसके लिए Rotary Club की वेबसाइट पर तीन महीने में एक बार पौधे के साथ तस्वीर अपलोड करनी होगी। तीन बार फोटो अपलोड करने पर प्रतिभागियों को Rotary Club ऑफ वाराणसी नार्थ या रोटरी इंटरनेशनल की ओर से प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाएगा, जो हरियाली के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण होगा।
संयोजन और सेवा का अनूठा संगम
इस कार्यक्रम के संयोजक रो. देवेश लाल और रो. डॉ. अनूप मिश्र ने विशेष भूमिका निभाई। उन्होंने उपस्थित बटुकों को वस्त्र भेंट कर सेवा और सम्मान का संदेश भी दिया।

विशेष उपस्थिति
कार्यक्रम में रोटरी क्लब के कई प्रमुख सदस्य उपस्थित रहे जिनमें डॉ. राकेश जायसवाल, नीरज अग्रवाल, डॉ. डॉली, रोली अग्रवाल, शुभ श्री जायसवाल, राजेश भार्गव, डॉ. राकेश मोहन, विनय सिंह, रमा सिंह, चित्रा मिश्र और देवेश लाल शामिल रहे। सभी ने पौधारोपण कर इस मुहिम में अपना योगदान दिया और भविष्य में इसे और व्यापक बनाने की संकल्पना दोहराई।
हरित काशी की ओर एक मजबूत कदम
Rotary Club ऑफ वाराणसी नार्थ की यह पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक चेतना को भी जागृत करती है। यह कार्यक्रम आने वाले दिनों में हरित, स्वच्छ और आध्यात्मिक काशी के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है।

