लखनऊ I लखनऊ में शनिवार की सुबह बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिला। विधानसभा और विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष के आवास के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया गया। इस कार्रवाई के बाद समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता विरोध में धरने पर बैठ गए हैं।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय के सेक्टर-11 वृंदावन योजना स्थित आवास और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव के डालीबाग स्थित आवास के बाहर पुलिस बल तैनात किया गया। बताया जा रहा है कि सपा का एक डेलिगेशन संभल जाने वाला था, लेकिन इसके पहले ही नेताओं को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया।
संभल जाने से रोके जाने पर माता प्रसाद पांडेय अपने आवास पर कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए। इस धरने में विधायक रविदास मल्होत्रा भी शामिल हुए। उन्होंने मांग की कि संभल के मृतक परिवार को इंसाफ मिले, हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से मामले की जांच कराई जाए और पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाए।
लाल बिहारी यादव ने बताया कि उन्हें संभल के डीएम का एक पत्र दिया गया है, जिसमें 10 दिसंबर तक संभल में उनके प्रवेश पर रोक लगाई गई है। इसी तरह, सपा अध्यक्ष श्यामलाल पाल के आवास पर भी पुलिस तैनात कर दी गई है।
माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि उन्हें कोई लिखित नोटिस नहीं दी गई, सिर्फ मौखिक रूप से जानकारी दी गई और उनके घर के बाहर पुलिस लगा दी गई। उन्होंने इस कार्रवाई को नियमानुसार गलत बताया। इस घटनाक्रम ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर दी है, जबकि सपा कार्यकर्ता इसे सरकार की लोकतांत्रिक आवाज को दबाने की कोशिश बता रहे हैं।
