लखनऊ। उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग राज्य आयोग ने प्रदेश में निवासरत सनमाननीय वैश्य जाति को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की सूची में शामिल करने के अनुरोध पर गहन सर्वेक्षण कराने का निर्णय लिया है। आयोग के अध्यक्ष राजेश वर्मा ने बताया कि यह सर्वेक्षण सनमाननीय वैश्य जाति के सामाजिक, शैक्षिक, आर्थिक और राजनैतिक स्थिति का मूल्यांकन करेगा।
सर्वेक्षण के लिए आयोग का शोध दल 9 दिसंबर से 13 दिसंबर 2024 तक हरदोई जिले का दौरा करेगा। इस दौरान दल विभिन्न तहसीलों, कस्बों और गांवों में जाकर समुदाय से संबंधित आवश्यक आंकड़े और जानकारी एकत्र करेगा। शोध दल में कृष्ण कुमार (शोध अधिकारी), सत्यप्रकाश सिंह और राधेकृष्ण (अपर शोध अधिकारी) शामिल हैं।
अध्यक्ष राजेश वर्मा ने सनमाननीय वैश्य जाति के प्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे इस सर्वेक्षण में सक्रिय सहयोग दें। उन्होंने कहा कि यह अध्ययन सनमाननीय वैश्य जाति की वर्तमान स्थिति को समझने और उनके लिए अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल किए जाने की संभावनाओं का आधार तैयार करेगा।
सर्वेक्षण से प्राप्त जानकारी को आयोग राज्य सरकार के समक्ष प्रस्तुत करेगा, जिससे जाति को ओबीसी सूची में शामिल करने के निर्णय की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके।