Sawan Shivratri 2025 : सावन शिवरात्रि (Sawan Shivratri 2025) के पावन अवसर पर बुधवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं और हर-हर महादेव के जयघोष से पूरा मंदिर परिसर भक्तिमय हो गया। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर व्यापक इंतजाम किए।
शिवरात्रि (Sawan Shivratri 2025) पर मंदिर परिसर में एक विशेष आयोजन के तहत हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई, जिससे श्रद्धालुओं का उत्साह और भी बढ़ गया। पुष्पवर्षा के दौरान भक्तों ने जयकारों से आकाश गुंजा दिया। मौके पर स्थानीय प्रशासन, पुलिस बल और स्वयंसेवी संस्थाएं व्यवस्था संभाले नजर आएं।
Sawan Shivratri 2025 : क्यों मनाई जाती है सावन शिवरात्रि?
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, समुद्र मंथन के समय जब हलाहल विष निकला, तो समस्त सृष्टि की रक्षा के लिए भगवान शिव ने उसे पी लिया। इससे उनका गला नीला हो गया, और उन्हें ‘नीलकंठ’ कहा जाने लगा। विष के प्रभाव को शांत करने के लिए देवताओं ने सावन महीने में जल, दूध और बेलपत्र से उनका अभिषेक किया था। तभी से सावन माह की शिवरात्रि का विशेष महत्व माना जाता है।

इस शुभ अवसर (Sawan Shivratri 2025) पर काशीवासियों और दूर-दराज से आए भक्तों ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया।
