लखनऊ। लखनऊ मुख्यालय की एसटीएफ टीम ने लालगंज अतरैला टोल प्लाजा पर छापा मारते हुए करोड़ों रुपये के बड़े घोटाले का खुलासा किया है। आरोप है कि टोलकर्मी सरकारी राजस्व में गड़बड़ी कर कम राशि दर्ज कर रहे थे। इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ लालगंज कोतवाली में मामला दर्ज किया गया है। प्रारंभिक जांच में घोटाले की राशि करीब 120 करोड़ रुपये होने का अंदेशा है।
एसटीएफ ने कार्रवाई टोल प्लाजा पर सॉफ्टवेयर के जरिए टोल वसूली की वास्तविक रकम छिपाने की शिकायत के आधार पर की। जांच में यह पाया गया कि आरोपियों ने एक विशेष सॉफ्टवेयर विकसित किया था, जिसकी मदद से सरकारी राजस्व में बड़ी हेराफेरी की गई। आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है।
जांच के दौरान यह भी पता चला है कि इस फर्जीवाड़े का दायरा सिर्फ अतरैला टोल प्लाजा तक सीमित नहीं है। संदेह है कि देशभर के 42 अन्य टोल प्लाजा पर भी इसी प्रकार की गड़बड़ियां हो सकती हैं। एसटीएफ अब इस मामले की विस्तृत जांच कर रही है और टोल प्रबंधन के साथ-साथ संबंधित अधिकारियों पर भी कार्रवाई की तैयारी में है।