बेंगलुरु I कर्नाटक में मंत्री जमीर अहमद द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी पर की गई नस्लीय टिप्पणी पर विवाद गहराता जा रहा है। जमीर अहमद ने एक जनसभा के दौरान कुमारस्वामी को “कालिया कुमारस्वामी” कहकर संबोधित किया, जिससे विवाद खड़ा हो गया। जेडीएस और भाजपा ने जमीर अहमद के बयान की कड़ी आलोचना की है, इसे नस्लीय भेदभाव करार दिया है और कांग्रेस से उनके बर्खास्तगी की मांग की है।
जेडीएस का पलटवार और बर्खास्तगी की मांग
कुमारस्वामी की पार्टी जेडीएस ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा कि जमीर अहमद ने उपचुनाव प्रचार के दौरान एचडी कुमारस्वामी के लिए नस्लीय अपमानजनक शब्दों का उपयोग किया है, जो क्षमा योग्य नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे शब्द काले लोगों के प्रति भेदभाव और नफरत फैलाने वाले हैं। जेडीएस ने कांग्रेस से मांग की कि वे जमीर अहमद को उनके मंत्री पद से बर्खास्त करें।
भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया
भाजपा नेताओं ने भी इस टिप्पणी की आलोचना की। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि मैं कांग्रेस के मंत्री जमीर अहमद की इस नस्लवादी टिप्पणी की कड़ी निंदा करता हूं। यह वही सोच है जो पहले भी देश के विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग जातियों और रंगों को निशाना बनाती रही है।