वाराणसी। वाराणसी में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के सिंहद्वार पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और सुरक्षा व्यवस्था की खामियों को लेकर नाराजगी जताई।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र होने के बावजूद वाराणसी में महिलाएं असुरक्षित हैं। सपा कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। उनका आरोप था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कुछ नेताओं और कार्यकर्ताओं पर महिलाओं के खिलाफ अपराधों के आरोप हैं, जिनके कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। सपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि एक भाजपा नेता पर छात्रा से दुष्कर्म का आरोप होने के बावजूद स्थानीय विधायक द्वारा आरोपी को सम्मानित किया गया, जिससे सवाल उठता है कि आखिर अपराधियों को संरक्षण कौन दे रहा है।
सपा नेता पूजा यादव ने BHU की एक छात्रा के साथ हुई घटना का उल्लेख करते हुए भाजपा नेताओं पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, “आज वाराणसी के लोग और विपक्षी दल कह रहे हैं कि जहां भाजपा नेता दिखे, वहां बेटियां सहमी हुई हैं। BHU भी यही सवाल कर रहा है कि अपराधियों का संरक्षण किसके इशारों पर हो रहा है।”
सपा नेताओं ने सरकार के “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” नारे पर भी सवाल उठाए, आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार इस नारे का प्रचार तो करती है, लेकिन महिलाओं की सुरक्षा पर ध्यान नहीं देती।
