हार्दिक पंड्या भारत के बेन स्टोक्स… उनका कोई विकल्प नहीं - संजय बांगड़
Dec 9, 2025, 12:53 IST
WhatsApp Channel
Join Now
Facebook Profile
Join Now
Instagram Profile
Join Now
New Delhi: टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ ने स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या की वापसी से पहले उनकी खूब सराहना की है। बांगड़ का कहना है कि वर्तमान भारतीय टी20 टीम में हार्दिक जैसा दूसरा खिलाड़ी मौजूद ही नहीं है, क्योंकि वे विशेषज्ञ बल्लेबाज या विशेषज्ञ गेंदबाज, दोनों रूपों में टीम में जगह बना सकते हैं।
एशिया कप में चोटिल होने के बाद दो महीने से अधिक समय तक बाहर रहने वाले हार्दिक पंड्या अब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की घरेलू टी20 श्रृंखला से टीम में वापसी करेंगे।
हार्दिक की जगह कोई नहीं ले सकता – बांगड़
जियोस्टार के विशेषज्ञ विश्लेषक बांगड़ ने कहा कि विश्व क्रिकेट के सभी ऑलराउंडर पर नजर डालिए। क्या इंग्लैंड के पास बेन स्टोक्स का विकल्प है? नहीं। उसी तरह वनडे और टेस्ट में रविंद्र जडेजा का कोई बैकअप नहीं है। हार्दिक पंड्या के साथ भी बिल्कुल यही स्थिति है। उन्होंने आगे कहा कि हार्दिक अकेले अपनी बल्लेबाजी की क्षमता के दम पर शीर्ष पांच बल्लेबाजों में जगह बना सकते हैं और अगर वह केवल तेज गेंदबाज होते, तो किसी भी टीम के शीर्ष तीन पेसरों में शामिल होते।
बांगड़ के अनुसार, हार्दिक पंड्या ऐसे ऑलराउंडर हैं जो दोनों कौशलों में से किसी एक के दम पर भी टीम में चयन के हकदार हैं। यही उन्हें अनोखा बनाता है।
कार्यभार प्रबंधन पर भी बोले बांगड़
हार्दिक की फिटनेस को लेकर बांगड़ ने कहा कि टीम प्रबंधन को उनके वर्कलोड पर विशेष ध्यान देना चाहिए। हार्दिक जैसे खिलाड़ी अगर पूरी तरह फिट हों, तो टीम में आदर्श संतुलन आ जाता है। इसलिए उनका टीम में मौजूद रहना बेहद महत्वपूर्ण है।
उन्होंने सुझाव दिया कि हार्दिक को दक्षिण अफ्रीका श्रृंखला के कम से कम पहले तीन मैच खेलने चाहिए, जिससे यह देखा जा सके कि वह परिस्थितियों के अनुसार कैसा प्रदर्शन करते हैं।
शुभमन गिल की वापसी पर भी टिप्पणी
दक्षिण अफ्रीका टेस्ट में चोटिल होने के बाद शुभमन गिल भी टीम में लौट रहे हैं। बांगड़ ने कहा कि टेस्ट कप्तान के रूप में मिली ज़िम्मेदारियों ने गिल को और परिपक्व बनाया है। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन से गिल ने जो आत्मविश्वास हासिल किया है, वह उन्हें अन्य फॉर्मेट में भी मदद करेगा। अब वह मानसिक रूप से मजबूत और अधिक जिम्मेदार खिलाड़ी बन चुके हैं।
