वाराणसी I वाराणसी के भोजूबीर इलाके में स्थित उदय प्रताप कॉलेज (UP कॉलेज) में मंगलवार को भारी तनाव का माहौल बन गया। हिंदू छात्रों ने कॉलेज परिसर में स्थित मजार के पास हनुमान चालीसा पाठ करने की घोषणा की थी, जिसे रोकने के लिए पुलिस और PAC के करीब 300 जवान तैनात किए गए।
यह विवाद तब भड़का जब सेंट्रल सुन्नी वक्फ बोर्ड ने 2018 में UP कॉलेज प्रशासन को नोटिस जारी कर कॉलेज की जमीन को अपनी संपत्ति बताया। इसके विरोध में छात्रों ने सोमवार को वक्फ बोर्ड का पुतला जलाया और मंगलवार को मजार के पास हनुमान चालीसा पाठ का ऐलान किया।
कॉलेज गेट पर पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग की गई थी, लेकिन छात्रों ने बैरिकेडिंग तोड़ते हुए परिसर में प्रवेश कर दिया। उन्होंने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। छात्रों का कहना है कि धार्मिक गतिविधियों के कारण पढ़ाई का माहौल खराब हो रहा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आमतौर पर जुमे पर 20-25 लोग नमाज के लिए आते थे, लेकिन 29 नवंबर को 500 से अधिक लोग नमाज के लिए पहुंचे। इसके बाद प्रशासन ने फोर्स तैनात कर दी। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 25 नवंबर को कॉलेज के 115वें स्थापना समारोह में शामिल होने के बाद वक्फ बोर्ड का पुराना लेटर अचानक वायरल हुआ, जिससे तनाव बढ़ा।
UP कॉलेज के सचिव UN सिन्हा ने वक्फ बोर्ड के दावे को गलत बताया। उन्होंने कहा कि कॉलेज की जमीन ट्रस्ट की है और वक्फ बोर्ड का दावा कानूनी रूप से असंवैधानिक है। सिन्हा ने कहा कि अगर वक्फ बोर्ड के पास जमीन से संबंधित कोई दस्तावेज हैं, तो वे प्रस्तुत करें।
100 एकड़ में फैला यह कॉलेज इंटर कॉलेज, डिग्री कॉलेज, पब्लिक स्कूल, मैनेजमेंट और कंप्यूटर जैसे कई कोर्स संचालित करता है। यहां करीब 15,000 छात्र पढ़ते हैं। कॉलेज ने देश को कई ओलंपियन दिए हैं और इसका कृषि विभाग भी अग्रणी भूमिका निभाता है। स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं।