झांसी I झांसी के निलंबित इंस्पेक्टर मोहित यादव ने हिंदू धर्म छोड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने जातिवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें लगातार शोषण का सामना करना पड़ा, जिसके कारण उन्होंने यह निर्णय लिया। मोहित यादव ने अपने घर में रखी देवी-देवताओं की तस्वीरें भी बाहर रख दीं और कहा कि अब वे ऐसा धर्म अपनाएंगे जिसमें जातिवाद न हो।

जातिवाद और शोषण का लगाया आरोप
मोहित यादव ने कहा, “मैंने हिंदू धर्म छोड़ दिया है क्योंकि इस धर्म में जाति के नाम पर शोषण होता है। जाति के नाम पर लोगों के जीवन का कोई मूल्य नहीं समझा जाता। मैं पूजा-पाठ करते-करते थक चुका हूं, लेकिन न तो देवी-देवता सुन रहे हैं और न ही उनके ठेकेदार। मुझे जाति के नाम पर प्रताड़ित किया जा रहा है, मेरे खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए गए और मुझे निलंबित कर दिया गया।”
पुलिस लाइन से निलंबन के बाद लिया फैसला
बता दें कि मोहित यादव को झांसी पुलिस लाइन से आरआई (रिजर्व इंस्पेक्टर) से झगड़े के बाद निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद उनके खिलाफ अनुशासनहीनता के मामले में जांच भी शुरू की गई। इससे पहले वे झांसी के इलाइट चौराहे पर चाय की दुकान लगाकर विरोध करते भी दिखे थे।
“विशेष जाति के लोग कर रहे शोषण”
मोहित यादव ने प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “पुलिस विभाग में विशेष जाति के लोग ऊंचे पदों पर बैठे हैं और वही शोषण कर रहे हैं। मैं ऐसे धर्म में नहीं रहना चाहता, जहां सिर्फ जाति के आधार पर लोगों के साथ अन्याय होता है।” हालांकि, मोहित यादव ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया कि वे कौन सा नया धर्म अपनाएंगे। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि वे ऐसा धर्म चुनेंगे जहां प्रेम और दयाशीलता को महत्व दिया जाता है।