
हैदराबाद। तेलंगाना के श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) सुरंग हादसे में फंसे लोगों को निकालने के प्रयास जारी हैं। अधिकारियों ने अब बचाव कार्य में तेजी लाते हुए कीचड़ और मलबा हटाने के लिए अतिरिक्त उपकरण और कर्मी तैनात किए हैं। राज्य के आबकारी मंत्री जुपल्ली कृष्ण राव ने पुष्टि की है कि सुरंग में फंसे आठ लोगों में से चार का पता चला है, लेकिन उनके जीवित होने की संभावना काफी कम है।

शनिवार को राहत अभियान के दौरान राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (एनजीआरआई) के वैज्ञानिकों ने ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) तकनीक से चार लोगों की स्थिति का पता लगाया। बचाव कार्य के दौरान क्षतिग्रस्त कन्वेयर बेल्ट की मरम्मत भी की जा रही है, जिससे मलबा हटाने की प्रक्रिया तेज हो सकेगी। अधिकारियों का कहना है कि सोमवार तक बेल्ट की मरम्मत पूरी होने की उम्मीद है, जिससे बचाव अभियान में और तेजी आएगी।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी रविवार शाम को घटनास्थल का दौरा कर सकते हैं और बचाव कार्यों की समीक्षा करेंगे। इस अभियान में कुल 18 संगठन, 54 अधिकारी और 703 कर्मी जुटे हुए हैं।
यह हादसा 22 फरवरी को हुआ था, जब सुरंग की छत गिरने से आठ मजदूर अंदर फंस गए थे। जिनकी पहचान मनोज कुमार और श्रीनिवास (उत्तर प्रदेश), सनी सिंह (जम्मू-कश्मीर), गुरप्रीत सिंह (पंजाब) और संदीप साहू, जेगता जेस, संतोष साहू और अनुज साहू (झारखंड) के रूप में हुई है। राहत दल लगातार सुरंग से मलबा हटाकर लापता मजदूरों को सुरक्षित निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
