Telecom Alert: आने वाले दिनों में अगर आपके मोबाइल पर कोई अलर्ट मैसेज आए, जिसमें लिखा हो कि “यह एक टेस्ट मैसेज है,” तो घबराने की जरूरत नहीं है। यह भारत सरकार के दूरसंचार विभाग और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) की ओर से शुरू की गई एक खास पहल का हिस्सा है। इस पहल का मकसद आपदा या इमरजेंसी की स्थिति में आम लोगों तक तुरंत सूचना पहुंचाना है।
हाल ही में NDMA ने सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (सी-डीओटी) द्वारा विकसित एक इंटीग्रेटेड अलर्ट सिस्टम ‘सचेत’ शुरू किया है। यह सिस्टम इंटरनेशनल टेलिकॉम यूनियन की गाइडलाइंस के अनुसार तैयार किया गया है और इसे देश के सभी 36 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में लागू किया जा चुका है। अब तक इस सिस्टम के जरिए 6,899 करोड़ से अधिक एसएमएस अलर्ट 19 से ज्यादा भारतीय भाषाओं में भेजे जा चुके हैं। इनका उपयोग तूफान, भारी बारिश, भूकंप जैसी आपदाओं की चेतावनी देने के लिए किया गया है।
सेल ब्रॉडकास्ट टेक्नोलॉजी की टेस्टिंग शुरू
दूरसंचार (Telecom) विभाग अब SMS के साथ-साथ सेल ब्रॉडकास्ट टेक्नोलॉजी को भी लागू करने की तैयारी कर रहा है। इस तकनीक के जरिए अलर्ट मैसेज पूरे मोबाइल नेटवर्क में कुछ ही सेकंड में सभी फोनों तक पहुंच जाएंगे। उदाहरण के लिए, अगर किसी क्षेत्र में बिजली गिरने, बाढ़, गैस रिसाव या भूकंप जैसी आपात स्थिति हो, तो यह सिस्टम तुरंत सभी को सूचित करेगा।
इस सिस्टम को लागू करने से पहले सरकार अगले दो से चार हफ्तों तक देशभर में इसकी टेस्टिंग कर रही है। इस दौरान लोगों को उनके फोन पर हिंदी या अंग्रेजी में टेस्ट मैसेज मिल सकते हैं, जिनमें साफ लिखा होगा कि यह केवल टेस्ट मैसेज है और इसे इग्नोर किया जा सकता है।

इन मैसेज में लिखा होगा: “यह एक टेस्ट सेल ब्रॉडकास्ट संदेश है, जिसे राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने दूरसंचार विभाग के साथ मिलकर सेल ब्रॉडकास्ट समाधान के परीक्षण के तहत भेजा है।”
लोगों से सहयोग की अपील
दूरसंचार (Telecom) विभाग और एनडीएमए ने लोगों से अपील की है कि वे इस टेस्टिंग में सहयोग करें और टेस्ट मैसेज को लेकर घबराएं नहीं। अगर आपके फोन में सेल ब्रॉडकास्ट टेस्ट चैनल ऑन है, तो आपको ये मैसेज बार-बार मिल सकते हैं। यह इसलिए किया जा रहा है ताकि देशभर के मोबाइल टावरों पर सिस्टम की जांच पूरी तरह से हो सके। ये मैसेज पूरी तरह सुरक्षित हैं और किसी आपात स्थिति को नहीं दर्शाते।
अधिकारियों का कहना है कि एक बार यह सिस्टम पूरी तरह टेस्ट हो जाएगा, तो भविष्य में किसी भी आपदा की स्थिति में यह सभी मोबाइल फोनों पर – चाहे टेस्ट चैनल ऑन हो या न हो – विभिन्न भारतीय भाषाओं में Telecom अलर्ट भेजेगा। इससे ज्यादा से ज्यादा लोग समय रहते सावधान हो सकेंगे।