वाराणसी। दीपावली पर्व को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने शहर के 30 प्रमुख स्थानों पर तीन दिवसीय अस्थायी पटाखा बाजार लगाने की अनुमति दी है। इन बाजारों को अस्थायी लाइसेंस के तहत संचालित किया जा रहा है और सरकार व कोर्ट की गाइडलाइंस का पालन सख्ती से सुनिश्चित किया गया है। इस बार पटाखा बाजार में ग्रीन पटाखों की विशेष मांग देखी जा रही है, जो पर्यावरण अनुकूल हैं और प्रदूषण को नियंत्रित करने में सहायक माने जा रहे हैं।
शहर के सिद्धगिरीबाग, नाटी इमली मैदान, नगवां, बेनियाबाग, सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय और क्वींस इंटर कॉलेज सहित मछोदरी पार्क जैसे प्रमुख स्थानों पर यह अस्थायी बाजार लगाए गए हैं। दुकानों में सुरक्षा के इंतजामों के तहत फायर एक्सटिंग्विशर, पानी की बाल्टियां और रेत की बोरियां भी उपलब्ध कराई गई हैं ताकि किसी भी दुर्घटना से निपटा जा सके। सिगरा इलाके के सिद्धगिरीबाग में करीब 15 अस्थायी पटाखा दुकानें लगी हैं। यहां पांच वर्षों से दुकान लगा रही सपना ने बताया कि तीन दिनों के लाइसेंस के साथ उन्होंने इस बार फिर से दुकान शुरू की है। उन्होंने कहा कि शुरुआती दिन में खरीदार कम हैं, लेकिन उम्मीद है कि आगे भीड़ बढ़ेगी।

दुकानदार शाकिर खान ने बताया कि उनके पास शादी-विवाह में चलाए जाने वाले महताबी और मिट्टी के बने विशेष पटाखे भी हैं, जिनकी कीमतें 120 से 1200 रुपए तक हैं। इस बार ग्रीन पटाखों की अधिक मांग है, जिन्हें प्रदूषण नियंत्रण के मद्देनजर प्राथमिकता दी जा रही है। खरीदारी के लिए पहुंचे स्थानीय निवासी मदनलाल मौर्य ने बताया कि इस बार हम ग्रीन पटाखे ही खरीद रहे हैं ताकि पर्यावरण पर इसका कम असर पड़े।
प्रशासन ने दुकानदारों को सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं और सभी दुकानों पर फायर एक्सटिंग्विशर, पानी की बाल्टियां और रेत की बोरियां रखने का आदेश दिया है, जिससे किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
