वाराणसी। बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) सेंट जॉन्स एंबुलेंस ब्रिगेड द्वारा आयोजित वार्षिक लघुकालीन प्रशिक्षण शिविर आज दक्षिण पश्चिम रेलवे भारत स्काउट एंड गाइड जिला प्रशिक्षण केंद्र, बेंगलुरु में संपन्न हुआ। चार दिवसीय शिविर ने प्राथमिक चिकित्सा, आपदा राहत और अनुशासन के महत्व को रेखांकित किया।

समापन समारोह में मुख्य अतिथि कोर कमांडर मेडिकल एवं बरेका के प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश कुमार और विशिष्ट अतिथि रेल व्हील फैक्ट्री के प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक श्री त्रिलोक कोठारी मौजूद रहे। कार्यक्रम में मंडल रेल चिकित्सालय, बेंगलुरु की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रभावती गजलक्ष्मी, एएलटी स्काउट **श्री एम. अर्पुदराज डीओसी स्काउट मो. ए. इरफान बाशा और डीटीसी स्काउट थॉमस अब्राहम ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
डॉ. देवेश कुमार ने ब्रिगेड सदस्यों की प्रशंसा करते हुए कहा, “सेंट जॉन्स एंबुलेंस ब्रिगेड समर्पण और अनुशासन का प्रतीक है। यह शिविर समाज सेवा के प्रति नई ऊर्जा भरता है।”

समापन दिवस पर ब्रिगेड सदस्यों ने परेड सलामी और प्राथमिक चिकित्सा तकनीकों जैसे स्ट्रेचर पर घायलों को ले जाने, कृत्रिम श्वसन (सीपीआर), फायरमैन लिफ्ट, मानव बैसाखी का प्रदर्शन किया। इन तकनीकों ने उपस्थित अतिथियों का ध्यान खींचा और सभी ने ब्रिगेड के समर्पण की सराहना की।
शिविर के अंतिम दिन ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान चलाया गया। ब्रिगेड सदस्यों ने प्रशिक्षण केंद्र परिसर में स्वच्छता अभियान चलाया और स्वच्छता का संदेश दिया।
अवार्ड और सम्मान समारोह
शिविर में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए विभिन्न पुरस्कार प्रदान किए गए:
- बेस्ट कैंपर अवार्ड: अमिताभ
- विशिष्ट कैंपर अवार्ड: रवि प्रकाश यादव
- सेवा सम्मान पुरस्कार: बद्री प्रसाद, मुन्ना रजक, और श्रवण कुमार
इसके अलावा, 30 वर्षों से एंबुलेंस सेवा दे रहे बी.आर. विश्वकर्मा*को उनकी आगामी सेवानिवृत्ति (फरवरी 2025) पर विशेष रूप से सम्मानित किया गया। उन्होंने शिविर की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
शिविर के सफल संचालन में जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने पूरे शिविर का समन्वय और कार्यक्रम संचालन सुचारू रूप से किया।
शिविर का समापन कैंप फायर के साथ हुआ, जिसने उपस्थित सभी लोगों में ऊर्जा और उत्साह का संचार किया।