वॉशिंगटन I डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को एलान किया कि फ्लोरिडा से सांसद और अमेरिकी कांग्रेस में इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्ष माइक वाल्ज उनके नए प्रशासन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की भूमिका निभाएंगे। यह नियुक्ति भारत के लिए विशेष महत्व रखती है क्योंकि वाल्ज, जो एक सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी और ग्रीन बेरेट के पूर्व सदस्य हैं, भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने के समर्थक रहे हैं।
माइक वाल्ज बाइडन की विदेश नीति के प्रमुख आलोचक माने जाते हैं। वह 2019 में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए थे और हाउस आर्म्ड सर्विसेज, फॉरेन अफेयर्स और इंटेलीजेंस कमेटी में सदस्य के रूप में काम कर चुके हैं। वाल्ज ने यूरोपीय देशों और अमेरिका द्वारा यूक्रेन का समर्थन करने की वकालत की है, लेकिन उन्होंने अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी की भी कड़ी आलोचना की थी। वे नाटो देशों को अपनी सुरक्षा खर्च बढ़ाने की ट्रंप नीति का भी समर्थन करते हैं।
वाल्ज इंडिया कॉकस के सह-अध्यक्ष हैं, जो अमेरिकी संसद में किसी देश पर केंद्रित सबसे बड़ा द्विदलीय समूह है। उनके भारत के प्रति नरम रुख और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक महत्व के चलते विशेषज्ञ मानते हैं कि यह नियुक्ति भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत बनाएगी। वाल्ज का मानना है कि भारत और अमेरिका को रक्षा और सुरक्षा सहयोग में तेजी से आगे बढ़ना चाहिए।