वॉशिंगटन डीसी I अमेरिका दौरे पर आए इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को एक जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान ट्रम्प ने गाजा में हो रही तबाही के संदर्भ में कहा कि फिलिस्तीनियों के पास वहां से जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। उन्होंने जॉर्डन और मिस्र से अपील की कि वे इन फिलिस्तीनियों को अपने यहां शरण दें, जबकि अमेरिका गाजा का नियंत्रण लेकर वहां का पुनर्निर्माण करेगा।
ट्रम्प ने कहा कि गाजा को फिर से बसाने के बजाय, फिलिस्तीनियों के लिए किसी नए स्थान पर बसने की व्यवस्था करना बेहतर होगा। नेतन्याहू ने इस प्रस्ताव का समर्थन करते हुए इसे “इतिहास बदलने वाला” करार दिया। नेतन्याहू ने गाजा में इजराइल के तीन मुख्य उद्देश्य बताए: बंधकों को मुक्त करना, निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करना और हमास की सैन्य ताकत को खत्म करना।
हालांकि, ट्रम्प के इस बयान पर हमास ने तीव्र प्रतिक्रिया दी और कहा कि ऐसे बयानों से गाजा में तनाव और बढ़ेगा। मिस्र और जॉर्डन ने भी इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। वहीं, संयुक्त राष्ट्र में फिलीस्तीनी प्रतिनिधि ने ट्रम्प के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि वर्ल्ड लीडर्स को फिलिस्तीनियों की इच्छाओं का सम्मान करना चाहिए।
व्हाइट हाउस के बाहर फिलिस्तीन समर्थक भी प्रदर्शन करते हुए ट्रम्प के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। इसके साथ ही, इजराइल और हमास के बीच 15 महीने बाद युद्धविराम के तहत बंधकों की अदलाबदली की जा रही है। 3 फरवरी से युद्धविराम के अगले चरण पर चर्चा होने वाली है।