Lucknow : उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह(UP Govt) ने 16 अप्रैल, 2025 को बताया कि प्राचीन धार्मिक नगरी वाराणसी में श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पर्यटन विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में 14 परियोजनाओं के लिए 7431.75 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की है। इन परियोजनाओं के लिए शासनादेश भी जारी कर दिया गया है।

दशाश्वमेध घाट से काशी विश्वनाथ मंदिर घाट:
- घाटों का जीर्णोद्धार, पर्यटन सुविधाओं का विकास और जल निकासी कार्य के लिए 616.06 लाख रुपये।
- अस्सी घाट से दशाश्वमेध घाट: पर्यटन सुविधाओं का विकास और सौंदर्यीकरण के लिए 614.92 लाख रुपये।
- दशाश्वमेध घाट जीर्णोद्धार: अन्य कार्यों सहित 827.59 लाख रुपये।
- अस्सी घाट जीर्णोद्धार: आरती स्थल, पूजा स्थल, वीआईपी मंडप आदि के लिए 620.56 लाख रुपये।
- गोलाघाट से नमो घाट: घाटों का जीर्णोद्धार, जल निकासी, पत्थर की कलाकृतियां, साइनेज आदि के लिए 617.56 लाख रुपये।
- अस्सी घाट से रविदास घाट: घाटों का जीर्णोद्धार और पर्यटन सुविधाओं के लिए 824.43 लाख रुपये।
- अजगरा विधानसभा के शिव मंदिर: पर्यटन विकास के लिए 106.60 लाख रुपये (On the proposal of MLA Tribhuvan Ram)।
- पिण्डरा, करखियावं गांव: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के गांव का सौंदर्यीकरण के लिए 1825.65 लाख रुपये।
- मुस्तफाबाद, दुर्गा मंदिर: पर्यटन विकास के लिए 72.06 लाख रुपये (मंत्री अनिल राजभर के प्रस्ताव पर)।
- गुरुधाम मंदिर, वाराणसी: पाथवे, बेंच, सोलर प्रकाश आदि के लिए 95.66 लाख रुपये (पुरातत्व विभाग के प्रस्ताव पर)।
- कर्दमेश्वर महादेव मंदिर: पर्यटन विकास कार्यों के लिए 486.70 लाख रुपये।
- थाईवट टेंपल (बुद्धा स्टैचू): लाइटिंग कार्य के लिए 128.08 लाख रुपये।
- शूलकंटकेश्वर महादेव मंदिर: परिसर सौंदर्यीकरण के लिए 95.90 लाख रुपये (डॉ. सुनील पटेल के प्रस्ताव पर)।
- विभिन्न घाटों पर सुविधाएं: 7 जेटी, चेंजिंग रूम आदि के निर्माण के लिए 500 लाख रुपये।

जयवीर सिंह ने कहा कि इन परियोजनाओं के पूरा होने से वाराणसी में पर्यटन अवस्थापना सुविधाओं में उल्लेखनीय सुधार होगा, जिससे पर्यटकों की संख्या में तेजी से वृद्धि होगी। घाटों का जीर्णोद्धार, सौंदर्यीकरण और सुविधाओं के विकास से काशी की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को और अधिक आकर्षक बनाया जाएगा।
इन सभी परियोजनाओं को पूरा करने की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट्स कॉरपोरेशन लिमिटेड(Uttar Pradesh Projects Corporation Limited) को सौंपी गई है। पर्यटन मंत्री ने बताया कि ये कार्य समयबद्ध तरीके से पूरे किए जाएंगे ताकि श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बेहतर अनुभव मिल सके।