उत्तर भारत में हाड़ कंपा देने वाली ठंड का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिल्ली-एनसीआर सहित समूचे क्षेत्र में सर्द हवाओं और घने कोहरे का प्रभाव बना हुआ है। पहाड़ी राज्यों में लगातार हो रही बर्फबारी ने ठंड को और बढ़ा दिया है। उत्तर प्रदेश में शीतलहर के साथ-साथ कोहरे का प्रकोप भी चरम पर है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि उत्तर प्रदेश और उत्तर मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में 12 और 13 जनवरी को रात और सुबह के समय घने से बहुत घने कोहरे की संभावना है। इसके साथ ही, उत्तरी मध्य प्रदेश और उत्तरी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में आंधी-तूफान के साथ हल्की बारिश होने की भी संभावना जताई गई है।
कोहरे और ठंड से जनजीवन प्रभावित
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में कोहरे के कारण सड़कों पर वाहन धीमी गति से चल रहे हैं। विजिबिलिटी कम होने के चलते कई जगह सड़क दुर्घटनाओं की खबरें भी सामने आई हैं। वहीं, रेल और हवाई सेवाओं पर भी कोहरे का असर दिख रहा है। कई ट्रेनें घंटों देरी से चल रही हैं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
शीतलहर से राहत के आसार नहीं
मौसम विभाग ने बताया है कि उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में शीतलहर का दौर फिलहाल जारी रहेगा। ठंडी हवाओं और बर्फबारी के कारण तापमान में और गिरावट आ सकती है। पहाड़ी राज्यों में हो रही बर्फबारी ने सैलानियों का ध्यान जरूर खींचा है, लेकिन यह ठंड और यातायात में बाधा का कारण भी बन रही है।
सावधानी बरतने की अपील
आईएमडी ने लोगों से अपील की है कि कोहरे के दौरान यातायात में विशेष सावधानी बरतें। गाड़ी चलाते समय लो बीम हेडलाइट का उपयोग करें और यात्रा करने से पहले मौसम की स्थिति की जानकारी लें। खासकर बुजुर्गों और बच्चों को ठंड से बचाने के लिए अतिरिक्त सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है।

आने वाले दिनों में ठंड और कोहरे का असर उत्तर भारत में जारी रहने की संभावना है। ऐसे में प्रशासन और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।