नई दिल्ली I अमेरिका द्वारा चीनी वस्तुओं पर 145% टैरिफ (tariff) लगाए जाने के बाद चीन ने कड़ा जवाब देते हुए शुक्रवार को अमेरिकी आयात पर अतिरिक्त शुल्क को बढ़ाकर 125% कर दिया। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि यह कदम अमेरिका के हालिया tariff वृद्धि के जवाब में उठाया गया है। इससे पहले चीन ने अमेरिकी उत्पादों पर 84% टैरिफ लागू किया था।
वाणिज्य मंत्रालय ने बताया कि अमेरिका की इस कार्रवाई के खिलाफ चीन ने विश्व व्यापार संगठन (WTO) में मुकदमा दायर किया है। मंत्रालय का कहना है कि अमेरिका का टैरिफ (tariff) बढ़ाना अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियमों का उल्लंघन है। दूसरी ओर, अमेरिका की नई अधिसूचना के अनुसार, चीनी वस्तुओं पर कुल टैरिफ अब 145% हो गया है, जिसमें 125% का सामान्य टैरिफ और 20% का अतिरिक्त शुल्क शामिल है।
चीन ने इससे पहले जवाबी कार्रवाई के तहत कुछ अमेरिकी फिल्मों के आयात पर प्रतिबंध लगाया था और इस मुद्दे को सुलझाने के लिए वाशिंगटन के साथ बातचीत की इच्छा जताई थी। चीन एकमात्र ऐसा देश है, जिसने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ (tariff) के खिलाफ खुलकर जवाबी कार्रवाई की है।
विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों देशों के बीच यह टैरिफ युद्ध (Tariff War) वैश्विक व्यापार और अर्थव्यवस्था पर गहरा असर डाल सकता है। जहां अमेरिका का दावा है कि यह कदम व्यापार घाटे को कम करने और राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए है, वहीं चीन इसे अनुचित और आर्थिक दबाव की रणनीति करार दे रहा है। दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने से वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला और बाजारों में अस्थिरता की आशंका भी बढ़ गई है।
चीन ने स्पष्ट किया है कि वह इस व्यापार युद्ध में पीछे नहीं हटेगा और अपने हितों की रक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएगा। इस बीच, विश्व व्यापार संगठन में दायर मुकदमे से इस विवाद के और जटिल होने की संभावना है।