Varanasi: प्रदूषण की रोकथाम और स्वच्छ परिवहन को बढ़ावा देने के लिए वाराणसी में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए पब्लिक प्लेस पर तीन चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। यह महत्वपूर्ण पहल अडाणी ग्रुप और वाराणसी विकास प्राधिकरण (VDA) के सहयोग से की जा रही है। प्रथम चरण में तीन स्थानों का चयन किया गया है, जहां ये चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। इस कदम से जिले में 37 हजार से अधिक पंजीकृत इलेक्ट्रिक वाहनों के मालिकों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।

37 हजार से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन
वर्तमान में Varanasi में परिवहन कार्यालय में 37 हजार से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत हैं। इनमें दोपहिया, चार पहिया वाहनों के साथ-साथ 28 हजार से अधिक ई-रिक्शा शामिल हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है, जो पर्यावरण संरक्षण के लिए एक सकारात्मक कदम है। हालांकि, पब्लिक प्लेस पर चार्जिंग स्टेशनों की कमी के कारण वाहन स्वामी घरेलू बिजली या अनधिकृत स्रोतों से अपने वाहनों को चार्ज करने के लिए मजबूर हैं।
वर्तमान चार्जिंग स्टेशन
फिलहाल, Varanasi में उपलब्ध इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन होटल या वाहन शो रूम जैसे निजी परिसरों तक सीमित हैं। नदेसर में होटल ताज और पहड़िया में सुरभि इंटरनेशनल होटल, शिवपुर में टाटा शो रूम, सिगरा और महमूरगंज में चार्जिंग स्टेशन मौजूद हैं। लेकिन ये सुविधाएं केवल इन परिसरों के ग्राहकों के लिए उपलब्ध हैं, और आम लोग इनका उपयोग नहीं कर सकते। शिवपुर के टाटा शो रूम में भी चार्जिंग की सुविधा केवल शो रूम के खुलने के समय तक ही सीमित है।

पब्लिक की मांग पर अमल, अडाणी ग्रुप की पहल

लंबे समय से आम जनता और इलेक्ट्रिक वाहन स्वामियों द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर चार्जिंग स्टेशन की मांग की जा रही थी। इस मांग को देखते हुए Varanasi विकास प्राधिकरण और अडाणी ग्रुप ने मिलकर इस दिशा में कदम उठाया है। अडाणी ग्रुप ने वाराणसी विकास प्राधिकरण की जमीन पर प्रथम चरण में तीन स्थानों पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है। इन स्थानों का चयन कर लिया गया है, और जल्द ही इनका निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है।
परिवहन निगम की इलेक्ट्रिक बसों के लिए चार्जिंग सुविधा
Varanasi परिवहन निगम के पास वर्तमान में 100 इलेक्ट्रिक बसें हैं, जिन्हें राजातालाब में बनाए गए चार्जिंग स्टेशन पर चार्ज किया जाता है। ये बसें चार्ज होने के बाद जिले में संचालित हो रही हैं। इसके अलावा, कैंट रोडवेज बस स्टैंड पर भी एक चार्जिंग स्टेशन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। नगर निगम ने भी शहर में 10 स्थानों पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है, लेकिन अभी तक इनके लिए स्थान का चयन नहीं हो पाया है।

प्रस्तावित चार्जिंग स्टेशन
Varanasi विकास प्राधिकरण और अडाणी ग्रुप के बीच हुई बैठक में तीन स्थानों को चार्जिंग स्टेशन के लिए प्रस्तावित किया गया है। हालांकि, इन स्थानों के नाम अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। इन स्टेशनों के बनने से न केवल इलेक्ट्रिक वाहन चालकों को सुविधा होगी, बल्कि शहर में प्रदूषण नियंत्रण और स्वच्छ परिवहन को बढ़ावा देने में भी मदद मिलेगी।
नए नियमों से और सुधार की उम्मीद

Varanasi विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने बताया कि इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए चार्जिंग स्टेशनों की मांग भी बढ़ रही है। इसके लिए केंद्र सरकार ने पहले ही आदेश जारी कर दिए हैं कि 3000 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में बनने वाली मल्टीस्टोरी इमारतों और ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग प्वाइंट और पार्किंग स्पेस अनिवार्य होगा। इससे भविष्य में इलेक्ट्रिक वाहन स्वामियों को और राहत मिलेगी।