Varanasi। बनारस के जायकों की कहानी ऐसी है कि इसे जानकर आप खुद को यहां के Street Food चखने से रोक नहीं पाएंगे। हर गली और चौराहे पर बसा है स्वाद का ऐसा खजाना, जो बनारस को जायकों की राजधानी बना देता है। गर्म कचौड़ी से लेकर मलाई टोस्ट तक और कुल्हड़ वाली चाय से लेकर मसालेदार चाट तक—हर स्वाद एक नई कहानी कहता है।
बनारस के 40 Street Food अड्डों की यह सूची आपको हर स्वाद का पता बताएगी और आपकी अगली फूड वॉक को यादगार बना देगी। अगर आप फूड लवर हैं, तो यह गाइड आपके लिए है। हर आइटम पढ़ें, प्लान करें और स्वाद की इस यात्रा का आनंद लें!
1. प्रकाश सरदार का दूध – मैदागिन में सबसे उम्दा क्वालिटी।
2. भरत मिलाप का कचौड़ी परिवार – नाटी इमली की कचौड़ी और घुघरी।
3. रम्मन भंडार का गुलाब जामुन – पांडेयपुर चौराहे की आजादी से पहले की मिठास।
4. शिवनाथ मिष्ठान भंडार – चेतगंज की मसालेदार खस्ता कचौड़ी और छोला-जलेबी।
5. पनारू वीर बाबा जलपान गृह – लक्सा की कचौड़ी-जलेबी।
6. रानू दादा का कटलेट और चाय – वरुणा ब्रिज पर 1958 से।
7. संजय कनोजिया की इडली – गिरजाघर चौराहे पर सुबह 4 बजे से।
8. राम भंडार की कचौड़ी-जलेबी – ठठेरी बाजार की पहचान।
9. लक्ष्मी चाय का मलाई टोस्ट – चौक पर।
10. विश्वनाथ गली की चाट – यहां के गोलगप्पे मशहूर हैं।
11. सोराकुवां की हींग वाली कचौड़ी।
12. चौखंभा की मलइयो – सर्दियों की मिठास।
13. कल्लू का समोसा-काला चना – चौक का स्वाद।
14. सिगरा का बाटी-चोखा।
15. राजा दरवाजा की दीना चाट – टमाटर चाट और टिक्की।
16. मोछू की झालमुड़ी – चौक की विशेषता।
17. लक्ष्मण का मलइयो – भारतेंदु भवन के पास।
18. ठठेरी बाजार की मलाई गिलौरी – रसवंती की मिठास।
19. मधुर मिलन का लौंगलता – सिगरा।
20. जगतगंज का बाबा स्लाइस – ब्रेड पकौड़ा।
21. भिखारीपुर का रसगुल्ला – बंगाल स्वीट हाउस।
22. रामनगर की लस्सी।
23. पिपलानी कटरा के आलूदम – ठेले पर मिलने वाले।
24. यूपी कॉलेज का लाल पेड़ा।
25. रविदास गेट का केशव तांबूल भंडार – पान के शौकीनों के लिए।
26. मडुआडीह के पास गुलाब जामुन।
27. लहुराबीर की कुल्हड़ वाली कॉफी।
28. बनारसी चाट कॉर्नर – संकटमोचन मंदिर मार्ग पर।
29. कुंजू साव का फलाहारी मिष्ठान भंडार – देढ़सी पुल, विश्वनाथ गली।
30. बबलू का क्रिस्पी कटलेट – पहाड़िया चौराहे पर।
31. बाबा की पकौड़ी – जंगम बाड़ी की 1965 से मशहूर दुकान।
32. काशी चाट भंडार – गोदौलिया का 60 साल पुराना स्वाद।
33. गोपी ब्रदर्स की इमरती – कबीरचौरा।
34. भुल्लन चा की पान की दुकान – कोतवालपुरा में 150 साल पुरानी।
35. शिवम ठंडई – नारायण कटरा, नीचीबाग।
36. बिज्जू का सांभर-इडली – विश्वनाथ गली।
37. सरस्वती फाटक की यादव जी की मिठाई दुकान – जो अब कहीं और चली गई है।
38. राजेंद्र प्रसाद घाट की रात की चाय – 11 से 2 बजे तक।
39. पप्पू की अड़ी – अस्सी घाट पर चाय के साथ चर्चा।
40. घुघनी चना – गोदौलिया चौराहे का तीखा और करारा स्वाद।
बनारस का हर स्वाद अपनी कहानी कहता है। यहां का स्ट्रीट फूड न सिर्फ पेट, बल्कि दिल भी भर देता है। अगर आप बनारस में हैं, तो इनमें से कुछ जायके जरूर चखें।
Special thanks to Anurag Bhaiya/Sir (x) twitter @vnsanuti