Varanasi: वाराणसी के महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर केंद्र (MPMMCC) और होमी भाभा कैंसर अस्पताल (HBCH) में कैंसर रोगियों के इलाज में अब तेजी और सटीकता आएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अस्पताल में 70 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित की गई अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी यूनिट, दो लीनियर एक्सलरेटर (रेडिएशन मशीन) और एक सीटी स्कैन मशीन का ऑनलाइन लोकार्पण किया। इस पहल से अब जांच और सर्जरी के लिए मरीजों को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

रोबोटिक सर्जरी की सुविधा शुरू होने के साथ ही Varanasi का महामना कैंसर केंद्र पूर्वांचल का पहला ऐसा अस्पताल बन गया है जहां यह तकनीक उपलब्ध है। ‘मंत्रा रोबोटिक यूनिट’ नाम की यह तकनीक पूरी तरह से ‘मेक इन इंडिया’ है। इससे यूरीनरी सिस्टम, सिर व गर्दन और पेट के कैंसर मामलों में जटिल सर्जरी अधिक सटीक, कम समय में और न्यूनतम जोखिम के साथ संभव हो सकेगी। इसके अलावा, मरीजों की रिकवरी भी तेज होगी और उन्हें कम समय के लिए अस्पताल में रहना पड़ेगा।

वर्तमान में Varanasi के इस महामना कैंसर अस्पताल में चार रेडिएशन मशीनें कार्यरत थीं, जो मरीजों की संख्या के हिसाब से अपर्याप्त थीं। अब दो नई लीनियर एक्सलरेटर मशीनों की स्थापना की गई है, जिनमें से एक के लिए योगी सरकार ने 31.63 करोड़ रुपये की सहायता दी है। इन मशीनों के संचालन से रेडिएशन थेरेपी में लगने वाला समय घटेगा और मरीजों को शीघ्र उपचार मिल सकेगा।

जांच प्रक्रिया को गति देने के लिए एक नई 128 स्लाइस सीटी स्कैन मशीन भी लगाई गई है, जिससे खासकर गरीब और कमजोर वर्ग के मरीजों को सस्ता और समयबद्ध जांच लाभ मिल सकेगा।
एमपीएमएमसीसी और एचबीसीएच के निदेशक प्रो. सत्यजीत प्रधान ने बताया कि सीएसआर फंड के माध्यम से कुल 73.30 करोड़ रुपये के आधुनिक चिकित्सा उपकरण Varanasi के इस महामना कैंसरअस्पताल में लगाए गए हैं, जिससे पूर्वांचल ही नहीं, बल्कि आसपास के बिहार और झारखंड के मरीजों को भी बेहतर इलाज मिल सकेगा। यह पहल भारत में कैंसर उपचार के क्षेत्र में एक आदर्श मिसाल बनेगी।
