Varanasi : जनपद के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर लगातार चिकित्सकीय सेवाओं में विस्तार किया जा रहा है। इसी के तहत शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सारनाथ में डॉ आरवी सिंह एवं चौकाघाट में तैनात सर्जन डॉ राजीव रंजन के द्वारा दूरबीन विधि से सर्जरी की जा रही है। शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चौकाघाट पर 65 वर्षीय एक महिला के पित्ताशय में पथरी का दूरबीन विधि से आपरेशन कर जान बचाई गई। मरीज को न सिर्फ अपने नजदीकी सेंटर पर लाभ मिला बल्कि अत्यधिक रुपये खर्च करने से भी बच गईं, इसकी जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने दी।
सीएमओ ने बताया कि लेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टोमी में पेट पर छोटे चीरे लगाए जाते हैं और पित्ताशय तक पहुंचने और निकालने के लिए बारीक सर्जिकल उपकरणों का उपयोग किया जाता है, इस प्रक्रिया से पित्ताशय को बाहर निकाल दिया जाता है। लैप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टोमी एक न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी तकनीक का उपयोग करती है, जिसमें केवल लगभग आधा से एक सेन्टीमीटर के छोटे चीरे लगाए जाते हैं, जिससे सर्जिकल घाव जल्दी ठीक हो जाते हैं, रक्त कम निकलता है तथा दर्द भी कम होता है । मरीज को केवल एक से दो दिन अस्पताल में रहने की आवश्यकता होती है। उन्होंने ने यह भी कहा कि शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौकाघाट शहर के मध्य घनी आबादी के बीच स्थित है जिसका लाभ स्थानीय लोगों को मिल रहा है।
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इस सीएचसी पर सीजेरियन प्रसव की सुविधा के साथ-साथ सामान्य आपरेशन (जनरल सर्जरी) की सेवाएं लगातार दी जा रही हैं।
अधीक्षक डॉ फाल्गुनी गुप्ता ने बताया कि गाल ब्लैडर स्टोन की नि:शुल्क सफल सर्जरी की गई। महिला पूरी तरह स्वस्थ हैं।

सर्जरी टीम में लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ राजीव रंजन, निश्चेतक डॉ डॉली रानी, डॉ दीपेश, स्टाफ नर्स लीलावती और चन्दा शामिल रहीं। अस्पताल में और अधिक सुविधाएँ बढ़ाई जाएंगी, जिससे आगे मरीजों को और अधिक बेहतर सुविधा मिल सके।