Varanasi : काशी में आज कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय (Ajay Rai) के नेतृत्व में एक जोरदार विरोध मार्च निकाला, जिसका उद्देश्य मोदी–योगी सरकार के “फर्जी विकास” की पोल खोलना था। ‘पोल-खोल पदयात्रा’ कैंट स्टेशन से शुरू होकर शहर के विभिन्न हिस्सों से होती हुई चितरंजन पार्क तक पहुँची। रास्तेभर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने सरकार की योजनाओं को “विकास के नाम पर विनाश” बताया और जनता की समस्याओं को उजागर किया।
नाइट मार्केट उजाड़ी गई, दुकानदार बेसहारा- Ajay Rai
अजय राय (Ajay Rai) ने कैंट स्टेशन पर ध्वस्त नाइट मार्केट का दौरा कर पीड़ित दुकानदारों से मुलाकात की और उन्हें हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, “जब उजाड़ना ही था तो बसाया क्यों गया? यह अन्याय नहीं, विश्वासघात है। सरकार ने काशीवासियों की पीठ और पेट दोनों पर वार किया है।”

अजय राय (Ajay Rai) ने आरोप लगाया कि नाइट मार्केट परियोजना के 11 करोड़ में से सिर्फ 5-6 करोड़ ही कार्यों पर खर्च हुए, बाकी कथित रूप से कमीशनखोरी की भेंट चढ़ गए।
“कांवड़ यात्रियों के लिए नहीं कोई व्यवस्था”
उन्होंने यह भी कहा कि सावन के पावन महीने में आने वाले कांवड़ यात्रियों के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है। “राहत कैंपों में न लाइट है, न पानी, न रहने की जगह। शिवभक्त गर्मी में बेहाल हैं और सरकार सिर्फ विज्ञापन में मस्त है।”
“रोपवे नहीं, लूट-वे योजना है”
अजय राय (Aajay Rai) ने रोपवे प्रोजेक्ट को लूट-वे योजना बताते हुए कहा कि गिरजाघर से गोदौलिया तक आमजनजीवन अस्त-व्यस्त है। नालों, सड़कों की जानकारी के बिना विकास कार्य किए जा रहे हैं, जिससे दुकानदारों की कमाई खत्म हो गई है।


“भारी बारिश में बह गया विकास”
उन्होंने कहा कि हाल की बारिश ने सरकार के दावों की असलियत सामने रख दी। जलजमाव, गड्ढों से भरी सड़कें, कीचड़ और फिसलन ने ‘डिजिटल काशी’ की सच्चाई उजागर कर दी। “अगर आधे घंटे की बारिश में विकास तैरता नजर आए, तो यह सरकार की विफलता का प्रमाण है।”
“काशी को प्रयोगशाला न बनाए सरकार”
अजय राय (Ajay Rai) ने कहा, “काशी को आर्टिफिशियल प्रयोगशाला बना दिया गया है। मूलभूत समस्याओं को दरकिनार कर मार्केटिंग आधारित विकास किया जा रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि काशी की आत्मा को बचाना काशीवासियों की जिम्मेदारी है। “अगर आज आवाज़ नहीं उठी तो आने वाली पीढ़ियां किताबों में काशी को ढूंढेंगी।”

पदयात्रा का मार्ग और समापन
यह पदयात्रा पंडित कमलापति त्रिपाठी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ आगे बढ़ी। भारत माता मंदिर में पुष्पांजलि, फिर सोनिया, औरंगाबाद, लक्सा, गिरजाघर होते हुए चितरंजन पार्क पर इसका समापन हुआ।
पदयात्रा का नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष अजय राय (Ajay Rai) ने किया, जबकि जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल और महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने संचालन किया। इस दौरान सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल रहे, जिनमें प्रमुख नाम हैं: धर्मेन्द्र तिवारी, फसाहत हुसैन बाबू, प्रमोद पांडेय, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, मनीष मोरोलिया, गुलशन अली, ओम प्रकाश ओझा, सतनाम सिंह, अफरोज अंसारी, संतोष मौर्य, मयंक चौबे आदि।