Varanasi: वाराणसी अब देश का पहला ऐसा जिला बनने की दिशा में अग्रसर है, जहां हर गांव में कम से कम एक स्टार्टअप होगा। इसके जरिए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार और स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा। हर गांव को कम से कम 10 नौकरियों का लाभ मिलेगा और एक से अधिक स्टार्टअप को मिलाकर एक कोऑपरेटिव सोसायटी बनाई जाएगी, जिसकी डिजिटल मार्केटिंग कर बाजार और बड़ी कंपनियों से जोड़ा जाएगा।
यह महत्वाकांक्षी योजना बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के अटल इंक्यूबेशन सेंटर (AIC) द्वारा तैयार की गई है, जिसे शासन को भेजा गया है। AIC के निदेशक प्रो. पीवी राजीव के अनुसार, इस योजना की शुरुआत Varanasi के 6 गांवों के निरीक्षण से हो चुकी है। यहां किसानों और ग्रामीणों को उनके व्यवसाय को आधुनिक तकनीक और मार्केटिंग से जोड़ने की ट्रेनिंग दी जा रही है।
Varanasi के चुने गए गांवों में डेयरी, फूड प्रोसेसिंग, खेती, पशुपालन, मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन, सुअर और बकरी पालन जैसे क्षेत्रों में स्टार्टअप शुरू किए जाएंगे।
प्रमुख बातें:
- हर गांव में एक स्टार्टअप शुरू होगा।
- प्रत्येक स्टार्टअप 10-20 लोगों को देगा रोजगार।
- स्टार्टअप्स को मिलाकर कोऑपरेटिव मॉडल विकसित किया जाएगा।
- डिजिटल मार्केटिंग से जोड़े जाएंगे बड़े बाजार से।
- BHU-AIC ने 759 ग्राम प्रधानों का डेटाबेस तैयार किया है।
- शुरुआती में 6 गांवों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर कार्य शुरू।