Varanasi : पूर्व डिप्टी जेलर मीना कनौजिया की बेटी नेहा शाह ने देश की न्याय प्रणाली से गहरी निराशा जताते हुए राष्ट्रपति को 20 पन्नों का विस्तृत पत्र भेजा है, जिसमें उन्होंने इच्छा मृत्यु की मांग की है। पत्र में उन्होंने अपनी मां को न्याय न मिलने की पीड़ा और खुद को लगातार मिल रही असुरक्षा की भावना को खुलकर साझा किया है।
“सिस्टम पर अब कोई भरोसा नहीं रहा” – नेहा शाह
नेहा शाह ने पत्र में लिखा है,”अब मुझे देश की व्यवस्था पर कोई यकीन नहीं बचा है। मेरी माँ को कभी इंसाफ नहीं मिलेगा। ऐसी भय और घुटन से भरी जिंदगी से अच्छा है कि मैं मर जाऊं।”
जेल अफसर उमेश सिंह पर गंभीर आरोप
नेहा ने अपने पत्र में जेल प्रशासन के अधिकारी उमेश सिंह के कार्यकाल के दौरान हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने पूरी जानकारी पहले ही संबंधित विभागों तक पहुंचा दी थी।
“मुख्यालय ने मुझे 7 दिनों में कार्रवाई का भरोसा दिया था, लेकिन एक महीना बीत गया और अब तक कुछ नहीं हुआ। मुझे पूरा यकीन है कि उमेश सिंह के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया जाएगा।”
“हर पल डर में जी रही हूं”
नेहा ने बताया कि अब उन्हें अपने ही घर में भी सुरक्षित महसूस नहीं होता। उन्होंने कहा “अब मैं घर से बाहर निकलने में डरती हूं। यहां तक कि मेरे घर कोई सामान भी नहीं पहुंचा सकता। हर पल डर और असहायता का अनुभव होता है। यह जीवन अब सहन नहीं हो रहा।”
न्याय प्रणाली और जेल प्रशासन पर उठे सवाल
नेहा शाह की इस अपील ने न केवल उत्तर प्रदेश के जेल प्रशासन, बल्कि देश की पूरी न्याय व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। यह मामला अब सीधे देश की सर्वोच्च संवैधानिक संस्था – राष्ट्रपति के समक्ष पहुँच गया है। अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि केंद्र सरकार और राज्य प्रशासन इस मामले में क्या रुख अपनाते हैं।