Varanasi : फर्जी दस्तावेज़ के आधार पर मृत घोषित कर मकान हड़पने की कोशिश, तत्कालीन कर अधीक्षक निलंबित

Varanasi : फर्जी दस्तावेज़ के आधार पर मृत घोषित कर मकान हड़पने की कोशिश, तत्कालीन कर अधीक्षक निलंबित नगर निगम वाराणसी में एक गंभीर फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है, जिसमें एक महिला ने अपने पति, सास और ससुर को फर्जी दस्तावेज़ों के माध्यम से मृत घोषित कर मकान को अपने नाम करवाने की कोशिश की। इस मामले में लिप्त पाए गए तत्कालीन कर अधीक्षक मुन्ना लाल राम को शासन ने निलंबित कर दिया है।

WhatsApp Channel Join Now
Instagram Profile Join Now

क्या है मामला?

मामला भवन संख्या एस-3/12 और 3/14, मोहल्ला डिठोरी महाल, अर्दली बाजार से जुड़ा है। यहां रहने वाले प्रमोद कुमार सिंह, राजकुमारी सिंह और मनीष सिंह को महिला अर्पणा सिंह ने फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर मृत घोषित कर मकान अपने नाम करवा लिया। प्रमोद कुमार सिंह वर्तमान में पेंशनधारी सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी हैं, जबकि मनीष सिंह एक प्रतिष्ठित कंपनी में एमडी पद पर कार्यरत हैं।

फर्जीवाड़े का खुलासा

इस मामले का खुलासा तब हुआ जब विनोद कुमार सिंह ने नगर आयुक्त अक्षत वर्मा से मिलकर पूरे प्रकरण की जांच की मांग की। जांच में सामने आया कि अर्पणा सिंह ने जौनपुर नगर पालिका से कूट रचित तरीके से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाए और उन्हें नामांतरण के लिए नगर निगम में प्रस्तुत किया।

जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि नामांतरण के लिए प्रस्तुत किए गए अन्य दस्तावेज भी पूरी तरह फर्जी थे।

Varanasi: आंधी-तूफान से 431 किसानों को नुकसान, CDO बोले- 72 घंटे में 14447 पर दर्ज करें शिकायत

कार्रवाई में तेजी

नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए तत्कालीन कर अधीक्षक मुन्ना लाल राम के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुति की। उन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई और वेतन पर अग्रिम आदेश तक रोक लगा दी गई, शासन को निलंबन हेतु पत्र भेजा गया।

Varanasi Gang-rape Case: SIT करेगी वाराणसी दुष्कर्म की जांच, 30 दिन में सौंपेगी रिपोर्ट; CP ने दिए निर्देश

शासन द्वारा परीक्षण उपरांत मुन्ना लाल राम को निलंबित कर निदेशालय से सम्बद्ध कर दिया गया।

इसके साथ ही, क्षेत्रीय कर निरीक्षक द्वितीय श्रेणी कुंवर विक्रम सिंह को भी पूर्व में निलंबित किया जा चुका है।

FIR के आदेश

नगर आयुक्त ने अर्पणा सिंह के विरुद्ध कूट रचित दस्तावेज़ प्रस्तुत करने और जीवित लोगों को मृत घोषित कर संपत्ति हड़पने की कोशिश करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराने का आदेश जोनल अधिकारी वरुणापार को दिया है।

जांच अधिकारी की नियुक्ति

इस पूरे मामले की विस्तृत जांच के लिए अपर निदेशक ऋतु सुहास को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *