वाराणसी। ग्रेजुएशन की छात्रा से हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले (Gang Rape Case) में वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के वरुणा जोन के डीसीपी चंद्रकांत मीना को हटाकर DGP ऑफिस, लखनऊ से अटैच कर दिया गया है। यह कार्रवाई सोमवार देर रात हुई, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रकरण पर नाराजगी जताने के ठीक चार दिन बाद सामने आई है।
सूत्रों के अनुसार, DCP मीना ने 29 मार्च को शुरू हुई घटना (Gang Rape Case) के सामने आने के बाद तुरंत कठोर कदम नहीं उठाए। थाना प्रभारी और अन्य लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई या रिपोर्ट भी प्रस्तुत नहीं की गई। यही प्रशासनिक उदासीनता उनके खिलाफ कार्रवाई का कारण बनी। अब 3-4 और अफसरों पर गाज गिरने की संभावना जताई जा रही है।
गैंगरेप की विभत्स वारदात
घटना (Gang Rape Case) 29 मार्च की है जब 18 वर्षीय छात्रा को उसका परिचित राज विश्वकर्मा बहाने से एक होटल में ले गया, वहां दुष्कर्म किया और वीडियो बना लिया। इसके बाद वीडियो वायरल करने की धमकी देकर राज के जानने वालों सहित कुल 23 युवकों ने छात्रा को सात दिनों तक अलग-अलग जगहों पर घुमाते हुए गैंगरेप किया। 3 अप्रैल को उसे नशीली हालत में सड़क पर फेंक दिया गया।
पुलिस ने 23 आरोपियों में से 13 को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी की पहचान हो चुकी है। उन्हें पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है। मामले में जल्द ही चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
पीएम मोदी ने जताई सख्त नाराज़गी
11 अप्रैल को काशी दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयरपोर्ट पर उतरते ही पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से इस केस (Gang Rape Case) की जानकारी ली और सीधे सवाल-जवाब किए। उन्होंने कमिश्नर को निर्देश दिए कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए और ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
पीड़िता की हालत और जांच
पीड़िता हेपेटाइटिस-B पॉजिटिव है और गंभीर हालत में है। उसे दीनदयाल महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी मेडिकल रिपोर्ट BHU ट्रॉमा सेंटर भेजी गई है जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उसके इलाज पर निर्णय लेगी।
आरोपी भी डरे हुए
पीड़िता की बीमारी के कारण आरोपी भी संक्रमित होने की आशंका में मानसिक तनाव में हैं। जेल में वे आपस में दूरी बनाए हुए हैं। सभी के डीएनए सैंपल लिए गए हैं, जिन्हें मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है।