Varanasi: गंगा की लहरों पर रोमांच और आध्यात्मिकता का नया संगम अब अगस्त से देखने को मिलेगा, जब कैटामरैन क्रूज का संचालन शुरू किया जाएगा। पर्यटन विभाग इस परियोजना को लेकर तेजी से तैयारियों में जुटा है और इसके लिए टेंडर प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है।
हालांकि फिलहाल Varanasi में गंगा का जलस्तर कम होने के कारण संचालन में तकनीकी अड़चनें हैं, लेकिन मानसून के बाद जैसे ही जलस्तर सामान्य होगा, Varanasi में क्रूज का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। इससे पहले इस क्रूज को अक्तूबर 2024 में शुरू करने की योजना थी, मगर टेंडर और तकनीकी कारणों से इसमें देरी हो गई।
हाइड्रोजन और इलेक्ट्रिक से संचालित यह डबल इंजन क्रूज एक बार में 50 सैलानियों को सफर कराएगा। गंगा में यह पांचवां क्रूज होगा, जो पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल होगा। पहले चरण में इसका संचालन Varanasi के नमो घाट से रविदास घाट तक किया जाएगा। सफल संचालन के बाद इसे कैथी के मार्कंडेय धाम और चुनार तक विस्तारित किया जाएगा।
इस क्रूज पर सवार सैलानी घाटों की सुंदरता को संगीत और डिजिटल डिस्प्ले के साथ देख सकेंगे। Varanasi घाटों के इतिहास और महिमा को डिजिटल माध्यम से बताया जाएगा, जिससे पर्यटन को नया आयाम मिलेगा।
पर्यटन विभाग के उप निदेशक आर.के. रावत ने बताया कि वर्तमान में गंगा में चार क्रूज संचालित हो रहे हैं और यह पांचवां होगा। Varanasi नमो घाट पर इस क्रूज को इलेक्ट्रिक चार्जिंग सुविधा के माध्यम से संचालित किया जाएगा। इससे पहले महाकुंभ में इसका सफल ट्रायल हो चुका है। गंगा के जलस्तर में सुधार होते ही अगस्त से यह सेवा शुरू कर दी जाएगी।
