वाराणसी। गंगा महोत्सव, देव दीपावली और नमो घाट के लोकार्पण समारोह के मद्देनजर पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल और जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने रविवार को घाटों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के इंतजामों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
- निरीक्षण अस्सी घाट से लेकर राजघाट तक के विभिन्न घाटों पर किया गया, जहां भारी संख्या में पर्यटकों और विशिष्ट अतिथियों के आगमन की संभावना को देखते हुए विशेष तैयारियां की जा रही हैं।
- महोत्सव के दौरान घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए महिला पुलिसकर्मी, सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी और एंटी रोमियो टीमें तैनात रहेंगी। साथ ही, पर्यटकों की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए घाटों पर मजबूत बैरिकेडिंग की जा रही है और आवागमन के लिए तय मार्ग निर्धारित किए गए हैं।
- सुरक्षा के लिहाज से घाटों पर बाँच टावर बनाए जा रहे हैं, जिन पर पी.ए. सिस्टम लगाए जाएंगे। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को ड्रैगन लाइट और वायरलेस सेट से लैस किया गया है। पूरे क्षेत्र की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन का भी उपयोग किया जाएगा।
- नदी में नौका संचालन के दौरान सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाएगा। बिना लाइफ जैकेट के किसी को भी नाव पर चढ़ने की अनुमति नहीं होगी, और नावों का आवागमन निर्धारित मार्गों पर ही होगा। एनडीआरएफ, जल पुलिस, पीएसी बाढ़ दल, जल एम्बुलेंस और गोताखोर भी नदी क्षेत्र में तैनात रहेंगे।
- यातायात की सुगमता के लिए रूट डायवर्जन, नो-एंट्री प्लान और अस्थायी पार्किंग से जुड़ी सूचनाएं पूर्व में ही प्रकाशित की जाएंगी, ताकि पर्यटकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

इस अवसर पर अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) एस. चन्नप्पा, पुलिस उपायुक्त काशी जोन गौरव बंशवाल, अपर पुलिस उपायुक्त काशी जोन नीतू, अपर पुलिस उपायुक्त यातायात राजेश पांडेय समेत अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।
