Varanasi: वाराणसी को मिला फ्लेटेड फैक्टरी का तोहफा, चांदपुर औद्योगिक आस्थान में बनेगी 72 यूनिट्स वाली आधुनिक इकाई पिछले 3 वर्षों से लंबित पड़ी फ्लेटेड फैक्टरी की योजना को आखिरकार हरी झंडी मिल गई है। चांदपुर औद्योगिक आस्थान की खाली पड़ी पार्क की 7535.25 स्क्वायर मीटर जमीन पर फ्लेटेड फैक्टरी का निर्माण किया जाएगा। इस बहुप्रतीक्षित परियोजना के लिए बजट भी मुख्यालय स्तर से जारी कर दिया गया है।
Varanasi, कानपुर, आगरा और गोरखपुर के बाद चौथा शहर होगा जहां फ्लेटेड फैक्टरी स्थापित की जा रही है। यह परियोजना क्षेत्रीय औद्योगिक विकास को गति देने के साथ ही स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी सृजित करेगी।
यह होंगे फ्लेटेड फैक्टरी के प्रमुख आकर्षण:
- ग्राउंड फ्लोर पर बनेगा रॉ मटेरियल का गोदाम, इलेक्ट्रिकल पैनल रूम, प्रदर्शनी हॉल, कमर्शियल और छोटी दुकानें।
- पहले और दूसरे फ्लोर पर लगेंगी एमएसएमई से जुड़ी फ्लेटेड फैक्टरी यूनिट्स।
- तीसरे फ्लोर पर प्रशासनिक खंड, बैंक, पोस्ट ऑफिस और कैफेटेरिया की सुविधा उपलब्ध होगी।
- उद्यमियों और कर्मचारियों के लिए अलग लिफ्ट, वहीं गुड्स लोडिंग के लिए अलग व्यवस्था की जाएगी।
- बिजली और अग्निशमन की भी स्वतंत्र व्यवस्था रहेगी।
पुराने प्रस्ताव को बदला गया
फ्लेटेड फैक्टरी की योजना 2022 से ही बन रही थी और पहले इसे Varanasi रिंग रोड के आस पास बनाए जाने का विचार था। लेकिन औद्योगिक संगठनों के सुझाव पर इसे शहर के भीतर विकसित करने का निर्णय लिया गया। इसके बाद चांदपुर औद्योगिक आस्थान की खाली पड़ी पार्क की जमीन को उपयुक्त माना गया। वर्तमान में इस स्थान पर कूड़ा डाला जा रहा है।
लघु उद्योग भारती की लंबे समय से थी मांग

लघु उद्योग भारती Varanasi प्रांत के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने बताया कि संगठन की ओर से लंबे समय से मांग की जा रही थी कि खाली पड़ी सरकारी जमीन को फ्लेटेड फैक्टरी में बदला जाए। अब सरकार ने इस पर मुहर लगा दी है। इंजीनियरों की टीम ने भूमि का निरीक्षण और सर्वेक्षण भी पूरा कर लिया है।
जल्द ही Varanasi जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक अहम बैठक आयोजित की जाएगी जिसमें आगे की रूपरेखा तय की जाएगी। अधिकारियों का मानना है कि जो भूमि उद्यमियों को आवंटित की गई है लेकिन वर्षों से प्रयोग में नहीं लाई गई, उसे नए इच्छुक उद्यमियों को आवंटित किया जाना चाहिए।