वाराणसी। राम मंदिर और काशी विश्वनाथ मंदिर के शुभ मुहूर्त निर्धारित करने वाले ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश दत्त शास्त्री ने कहा कि ज्योतिषशास्त्र का जीवन में विशेष महत्व है। इसके बिना किसी भी मांगलिक या शुभ कार्य की शुरुआत अनुचित मानी जाती है। वह दशाश्वमेध स्थित श्री शास्त्रार्थ महाविद्यालय में आयोजित दस दिवसीय ज्योतिष शिविर के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।
ज्योतिषाचार्य डॉ. आमोद दत्त शास्त्री ने भारतीय ज्योतिष प्रणाली के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि पंचांग में तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण जैसे पांच अंग शामिल हैं। पंचांगों का निर्माण प्राचीन काल में धार्मिक क्रियाओं को समयानुसार संपन्न कराने के लिए हुआ था। उन्होंने कहा कि बाद में सामाजिक और राजकीय आयोजनों में भी पंचांग का महत्व बढ़ा।
शिविर के प्रशिक्षक व ज्योतिष विद्वान डॉ. संजय उपाध्याय ने बताया कि शिविर में विद्यार्थियों को पंचांग का अध्ययन करना सिखाया जाएगा। शिविर के पहले दिन 65 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम संयोजक डॉ. पवन शुक्ल ने शिविर की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर डॉ. विनोद राव पाठक, डॉ. उमाशंकर त्रिपाठी और डॉ. शेषनारायण मिश्र ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
