Varanasi: काशी विद्यापीठ शिक्षा क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय महेशपुर की प्रधानाचार्य शैल कुमारी को गंभीर अनियमितताओं के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उन पर मिड-डे-मील में गड़बड़ी, शिक्षकों के साथ दुर्व्यवहार और विद्यालय की संपत्ति के दुरुपयोग जैसे गंभीर आरोप सिद्ध हुए हैं।
यह कार्रवाई खंड शिक्षा अधिकारी, Varanasi नगर क्षेत्र और बड़ागांव द्वारा गठित दो सदस्यीय जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर की गई है। जांच में पाया गया कि मिड-डे-मील रजिस्टर में दर्ज छात्रों की संख्या और विद्यालय में मौजूद वास्तविक छात्रों की संख्या में बड़ा अंतर है। रिपोर्ट के अनुसार, एक ही दिन में 1,099 रुपये की कंवर्जन कॉस्ट का गलत भुगतान और 17 किलो खाद्यान्न का दुरुपयोग किया गया।

जांच में यह भी सामने आया कि विद्यालय में 342 छात्रों के पंजीकरण के बावजूद, केवल 12 किलो चावल और नाममात्र सब्जियां उपयोग की गईं। विद्यालय से 20-25 ट्री गार्ड, 7 साइकिल और हैंडपंप के पाइप भी गायब पाए गए।
प्रभारी नियुक्ति को लेकर भी विवाद सामने आया, जिसमें वरिष्ठता क्रम की अवहेलना करते हुए शैल कुमारी को पदभार सौंपा गया, जबकि उनसे वरिष्ठ शिक्षिका शीला यादव इसके लिए तैयार थीं। इसके बावजूद, शैल कुमारी ने प्रभार नहीं सौंपा और उच्च अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना की।
रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि शैल कुमारी का कार्य और व्यवहार शिक्षक आचरण नियमावली और कर्मचारी आचरण नियमावली के विरुद्ध है। इसी आधार पर उन्हें निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई है। निलंबन की अवधि में उन्हें Varanasi के काशी विद्यापीठ के ब्लॉक संसाधन केंद्र से संबद्ध किया गया है, जबकि जांच की जिम्मेदारी खंड शिक्षा अधिकारी हरहुआ को सौंपी गई है।
