Varanasi : काशी विश्वनाथ धाम के आसपास No Vehicle Zone (मैदागिन से गोदौलिया) में वाहनों के अवैध संचालन और ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए वाराणसी पुलिस ने सख्त कदम उठाया। पुलिस ने 14 ई-रिक्शा और ऑटो को सीज कर लिया, जिससे वाहन चालकों में हड़कंप मच गया। यह कार्रवाई पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल के निर्देश पर पुलिस उपायुक्त (Kashi Zone) गौरव बंसवाल के नेतृत्व में की गई।
कार्रवाई का विवरण
- स्थान: मैदागिन से गोदौलिया तक का No Vehicle Zone, जो काशी विश्वनाथ धाम के लिए तीर्थयात्रियों की सुगम और सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया है।
- अभियान: थाना चौक पुलिस ने अपर पुलिस उपायुक्त और सहायक पुलिस आयुक्त (दशाश्वमेध) के पर्यवेक्षण में सघन चेकिंग अभियान चलाया।
- सीज किए गए वाहन:
- 14 ई-रिक्शा और ऑटो बिना परमिट, बिना बारकोड और अवैध रूप से संचालित पाए गए।
- इन वाहनों को चिन्हित कर वैधानिक कार्रवाई के तहत सीज किया गया।
- उद्देश्य: नो व्हीकल जोन में अनधिकृत वाहनों के प्रवेश को रोकना, तीर्थयात्रियों की सुविधा बढ़ाना और ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू करना।

पृष्ठभूमि और संदर्भ
- No Vehicle Zone: काशी विश्वनाथ धाम मार्ग को 10 अक्टूबर 2024 से No Vehicle Zone घोषित किया गया था, ताकि शिवभक्तों और तीर्थयात्रियों को बिना किसी बाधा के दर्शन का अवसर मिले। इस क्षेत्र में दोपहिया वाहनों का प्रवेश भी प्रतिबंधित है।
- पिछली कार्रवाइयाँ:
- महाकुंभ 2025: महाकुंभ के लिए वाराणसी में तीर्थयात्रियों की भीड़ को देखते हुए ट्रैफिक और सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया जा रहा है। 28 जनवरी 2025 को भी पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने गोदौलिया, दशाश्वमेध घाट और ललिता घाट पर भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष प्रयास किए थे।
- पुलिस की अन्य गतिविधियाँ: काशी विश्वनाथ धाम में सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए पुलिसकर्मियों को पुजारी वेशभूषा (सफेद धोती-कुर्ता, रुद्राक्ष माला, तिलक) में तैनात किया गया है, हालांकि यह कदम विवादास्पद रहा।
प्रभाव और महत्व
- तीर्थयात्रियों की सुविधा: नो व्हीकल जोन में सख्ती से तीर्थयात्रियों को बिना जाम और अव्यवस्था के काशी विश्वनाथ धाम तक पहुँचने में मदद मिलेगी।
- ट्रैफिक व्यवस्था: अवैध वाहनों पर कार्रवाई से मैदागिन-गोदौलिया क्षेत्र में ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी, जो महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों के लिए जरूरी है।
- चालकों में जागरूकता: इस कार्रवाई से ई-रिक्शा और ऑटो चालकों में नियमों का पालन करने की जागरूकता बढ़ेगी।
- सुरक्षा: बिना परमिट और बारकोड वाले वाहनों पर रोक से सुरक्षा जोखिम भी कम होंगे, जैसा कि अक्टूबर 2024 में एक ई-रिक्शा चालक द्वारा लूट और हत्या के मामले में देखा गया था।

अभियान में शामिल पुलिसकर्मी
- थाना प्रभारी: विमल कुमार मिश्रा
- उप निरीक्षक: उमेश चंद्र विश्वकर्मा, यशवंत सिंह, गंगा प्रकाश यादव, जगदीश यादव, राजेश कुमार यादव
- कांस्टेबल: सुनील त्रिपाठी, संतोष सिंह, पारुल कुमार, मनोज कुमार