Varanasi: अब शहर में वाहन पार्क करना महंगा और नियमबद्ध दोनों हो गया है। उत्तर प्रदेश नगर निगम की नई नियमावली-2025 लागू होने के बाद वाराणसी नगर निगम ने पार्किंग शुल्क निर्धारित कर दिया है। दोपहिया वाहन चालकों को अब एक घंटे के लिए 7 रुपये और 4 पहिया वाहन चालकों को 15 रुपये देने होंगे।
वहीं, 2 घंटे के लिए शुल्क क्रमशः 15 रुपये और 30 रुपये रखा गया है। पूरे दिन (24 घंटे) पार्किंग पर दोपहिया के लिए 57 रुपये और चार पहिया के लिए 120 रुपये चुकाने होंगे। इसके साथ ही Varanasi नगर निगम द्वारा मासिक पास की सुविधा भी शुरू की गई है। दोपहिया वाहन स्वामी ₹855 और चार पहिया वाहन मालिक ₹1800 देकर मासिक पास बनवा सकते हैं।
Varanasi नगर निगम की ओर से शहर में कुल 18 स्थानों पर वैध पार्किंग स्टैंड चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रमुख रूप से बेनियाबाग, टाउनहॉल, गोदौलिया, कचहरी और सर्किट हाउस कैंपस शामिल हैं। बेनियाबाग और टाउनहॉल पार्किंग में 800 चार पहिया व 400 दोपहिया वाहनों की जगह उपलब्ध है, जबकि गोदौलिया पार्किंग विशेष रूप से दोपहिया वाहनों के लिए है। कचहरी पार्किंग में 500 से ज्यादा वाहन खड़े किए जा सकते हैं।
नगर निगम द्वारा संचालित पार्किंग के अलावा Varanasi में अवैध पार्किंग स्टैंडों की संख्या अज्ञात है, जो अक्सर ट्रैफिक जाम का कारण बनते हैं। कॉलोनियों, गलियों और लोगों के घरों के आगे वाहन खड़े करने से विवाद की स्थिति बनी रहती है।
अब शासन ने निजी व्यक्तियों को भी पार्किंग स्टैंड खोलने की अनुमति दी है, बशर्ते वे निर्धारित शर्तों को पूरा करें। इच्छुक व्यक्ति को Varanasi नगर निगम में आवेदन और पंजीकरण कराना होगा। पार्किंग प्रबंधन समिति द्वारा स्थल का निरीक्षण किया जाएगा और सभी मानक पूरे होने पर ही अनुमति दी जाएगी।
निजी पार्किंग खोलने के लिए अनिवार्य सुविधाएं:

- सीसीटीवी कैमरा
- इलेक्ट्रिक चार्जिंग प्वाइंट
- बूम बैरियर
- फास्ट टैग सिस्टम
- शेल्टर
- रेनवॉटर हार्वेस्टिंग
- पेयजल व शौचालय की सुविधा
त्योहारों और मेलों के दौरान Varanasi में ट्रैफिक दबाव को देखते हुए फ्लाईओवर के नीचे पार्किंग की अस्थायी सुविधा देने का विकल्प भी रखा गया है। साथ ही, हरित क्षेत्रों के आसपास पार्किंग की अनुमति नहीं दी जाएगी।
नगर आयुक्त Varanasi अक्षत वर्मा की अध्यक्षता में स्मार्ट सिटी सभागार में पार्किंग प्रबंधन समिति की पहली बैठक संपन्न हुई। इसमें निर्णय लिया गया कि भविष्य में बनने वाले सभी पार्किंग स्थलों का चिन्हांकन समिति करेगी और नागरिक सुविधाएं उपलब्ध होने के बाद ही स्वीकृति दी जाएगी।