वाराणसी। पुलिस कमिश्नरेट वाराणसी के पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल (Varanasi Police Commissioner) ने आज रिजर्व पुलिस लाइन्स में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहीं महिला मुख्य आरक्षियों के साथ “संवाद कार्यक्रम” के तहत संवाद स्थापित किया। इस मौके पर उन्होंने प्रशिक्षण व्यवस्था की समीक्षा करते हुए आरक्षियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।

कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आईं 265 महिला मुख्य आरक्षियां भाग ले रही हैं, जो यहां 30 दिवसीय ‘मुख्य आरक्षी उन्नत कोर्स’ में प्रशिक्षण ले रही हैं।
Varanasi Police Commissioner : महत्वपूर्ण बिंदु
पुलिस आयुक्त (Varanasi Police Commissioner) ने मिशन-शक्ति, महिला हेल्प डेस्क, जीरो-एफआईआर, फॉरेंसिक साक्ष्य, सीसीटीएनएस और हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी तथा उनके महत्व को रेखांकित किया।
उन्होंने महिला पुलिसकर्मियों से संवेदनशीलता, विनम्रता और सहयोग की भावना के साथ पीड़ितों और आगंतुकों से व्यवहार करने की अपील की।

प्रशिक्षण में अनुशासन और उत्तम आचरण को प्राथमिकता देने पर बल दिया, जिससे प्रशिक्षु अन्य पुलिसकर्मियों के लिए प्रेरणा बन सकें।
प्रशिक्षण अवधि के दौरान महिला मुख्य आरक्षियों को वाराणसी के प्रमुख ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों का भ्रमण कराने के निर्देश दिए गए।

साथ ही फुटबॉल, वॉलीबॉल, बैडमिंटन जैसे खेलों की प्रतियोगिताएं आयोजित कर विजेताओं को पुरस्कृत करने का निर्णय लिया गया।
पुलिस आयुक्त (Varanasi Police Commissioner) ने अपने संबोधन में कहा कि, “पुलिस सेवा केवल कानून का पालन कराने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पीड़ितों की मदद कर समाज में विश्वास पैदा करने का माध्यम भी है। महिला पुलिसकर्मियों की भूमिका इस दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण है।”
इस मौके पर अपर पुलिस आयुक्त (मुख्यालय एवं कानून-व्यवस्था) एस. चन्नप्पा, पुलिस उपायुक्त (लाइन्स) प्रमोद कुमार, अपर पुलिस उपायुक्त श्रुति श्रीवास्तव, सहायक पुलिस आयुक्त डॉ. ईशान सोनी, और प्रशिक्षु सहायक पुलिस आयुक्त नताशा गोयल सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
यह संवाद कार्यक्रम महिला मुख्य आरक्षियों को पुलिस सेवा में अपने कर्तव्यों के प्रति सजग और सशक्त बनाने की दिशा में एक सराहनीय कदम माना जा रहा है।